बाजपुर: लोग सांपों देखते ही घबरा जाते हैं और उनको मार देते हैं. लेकिन उधम सिंह नगर के बाजपुर स्थित केलाखेड़ा का एक व्यक्ति सांपों को बचाने के लिए स्थानीय लोगों को जागरूक कर रहा है और प्रकृति के लिए सांपों की अहमियत बता रहा है. इसके लिए दिन-रात एक किए हुए है. उन्होंने बताया कि इस कार्य को करने में उन्हें काफी खुशी मिलती है.
बाजपुर के केलाखेड़ा गांव के मुख्तार अली ने सांपों की विलुप्त होती प्रजातियों को बचाने का बीड़ा उठाया है. वर्तमान में विकास के नाम पर जंगलों की कटाई लगातार की जा रही है. ऐसे में सांप शहरी आबादी का रुख कर रहे हैं. लोग अपने घरों में सांप देख कर उन्हें मार देते हैं. वहीं, मुख्तार लोगों को सांपों के प्रति जागरूक कर उन्हें इनकी अहमियत बता रहे हैं. मुख्तार लोगों के घरों और आसपास के क्षेत्रों से सांपों को पकड़ते हैं और उनको जंगल में छोड़ देते हैं.
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मुख्तार अली बताते हैं कि वो पिछले 10 सालों में सांपों को बचाने का काम कर रहे हैं. एक महीनें में सौ सांपों को लोगों के घरों से पकड़ कर जंगल में सुरक्षित छोड़ चुके हैं. उन्होंने बताया कि अभी हाल ही में 9 जहरीले सांपों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है, जिसमें भारतीय प्रजाति का सबसे जहरीला सांप इंडियन करैत भी शामिल है. उन्होंने बताया कि सांप हमारी प्रकृति का एक अहम हिस्सा है, जिन्हें बचाना बेहद जरूरी है. वहीं, मुख्तार ने लोगों से सांपों की विलुप्त होती प्रजातियों को बचाने की अपील की है.