रुद्रपुरः पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में बजट के अभाव के चलते 1800 कर्मचारियों पर छंटनी की तलवार लटक रही है. जिसके विरोध में स्थानीय विधायक राजेश शुक्ला कुलपति दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे. इस दौरान उन्होंने विवि के अधिकारियों पर वादा खिलाफी का आरोप भी लगाया है. हालांकि, कुलपति ने उन्हें समझाने का काफी प्रयास भी किया, लेकिन विधायक धरने पर डटे रहे. वहीं, उन्होंने किसी भी कर्मचारी को न निकालने की मांग की.
कोरोना महामारी के चलते चरमराई अर्थव्यवस्था के बाद अब सरकारी विभागों में भी छंटनी शुरू हो गई है. बजट ना मिलने से पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में बीते कई सालों से कार्य कर रहे 1800 कर्मचारियों (मजदूरों) पर छंटनी के बादल मंडरा रहे हैं. इतना ही नहीं विश्वविद्यालय ने आज 200 कर्मचारियों को काम पर न आने का फरमान भी जारी कर दिया है. जिसके बाद विधायक राजेश शुक्ला, विश्वविद्यालय के अधिकारियों पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए.
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विधायक राजेश शुक्ला ने बताया कि इससे पहले भी उन्होंने मामले को लेकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों से मुलाकात किया था. उस समय विश्वविद्यालय प्रशासन ने आश्वस्त किया था कि किसी भी कर्मचारी को नहीं निकाला जाएगा, लेकिन आश्वासन के बाद भी आज 200 कर्मचारियों को घर पर बैठा दिया गया है. उन्होंने कहा कि जब तक विश्वविद्यालय प्रशासन समस्त कर्मचारियों की छंटनी निरस्त नहीं करता है तब तक वो धरने पर बैठे रहेंगे. वहीं, कुलपति तेज प्रताप सिंह ने विधायक को मनाने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन विधायक कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर डटे रहे.