काशीपुर: आज सुबह तड़के मां बाल सुंदरी देवी का डोला चैती मंदिर से वापस मोहल्ला पक्काकोट स्थित पंडा आवास नगर मंदिर पहुंचा. इस दौरान डोले के साथ श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. वहीं पुलिस-प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए थे.
बीती 22 मार्च को काशीपुर के मां बाल सुंदरी देवी मंदिर परिसर में चैती मेले का विधि-विधान के साथ जिलाधिकारी युगल किशोर पंत के द्वारा फीता काटकर उद्घाटन किया गया था. जिसके बाद सप्तमी और अष्टमी तिथि की मध्य रात्रि मां का डोला नगर के मोहल्ला पक्काकोट पंडा आवास स्थित नगर मंदिर से चैती मंदिर के लिए हजारों भक्तों के हुजूम के साथ चला था. जिसके बाद स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ-साथ दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने चैती मंदिर पहुंचकर मां के दर्शन किए तथा प्रसाद चढ़ाते हुए मन्नत मांगी. चैती मंदिर में 6 दिन विराजमान होने के बाद मां भगवती बाल सुंदरी देवी मध्य रात्रि चैती मंदिर से नगर मंदिर के लिए रवाना हुई और सुबह तड़के 4 बजे मां डोली में सवार होकर वापस नगर मंदिर पहुंची.
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यहां से मां 1 साल के लिए गुप्त स्थान में चली गयी. मां बाल सुंदरी देवी का डोला चैती मंदिर से नगर मंदिर प्रस्थान करने से पूर्व दर्शनों के लिए और प्रसाद चढ़ाने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ी तो वहीं वॉलिंटियर्स ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई. भगवती देवी मां बाल सुंदरी देवी मंदिर के मुख्य पंडा विकास अग्निहोत्री ने बताया कि भगवती मां बाल सुंदरी देवी का डोला चैती मंदिर से नगर मंदिर के प्रस्थान करने से पूर्व धार्मिक अनुष्ठान के साथ पूजन हुआ. पूर्णाहूति और आरती की प्रक्रिया पूरी करने के बाद मां का डोला मंदिर से नगर मंदिर के लिए रवाना हुआ. इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु मां के डोले के साथ चले. उन्होंने कहा कि इसके बाद मां 1 साल के लिए गुप्त स्थान पर वास करेंगी.