ETV Bharat / state

स्टाम्प पेपर भूस्वामी किसानों को राहत, अब सरकारी कांटों पर तौली जा सकेगी फसल

खटीमा में स्टाम्प पेपर पर जमीन खरीदकर भूस्वामी बने किसानों की सरकारी कांटों में धान की फसल ना तौल पाने की समस्या का समाधान होने जा रहा है. जल्द ही मंडी विभाग के धान तौल सर्वर में अन्य जमीन के साथ स्टाम्प पेपर में भूमि खरीदने वाले छोटे किसानों की फसलों को तौलवाने का विकल्प जोड़ने जा रहा है.

खटीमा
स्टाम्प पेपर भूस्वामी किसानों को राहत
author img

By

Published : Oct 20, 2020, 9:37 PM IST

Updated : Oct 20, 2020, 10:36 PM IST

खटीमा: उधम सिंह नगर जनपद के सीमांत क्षेत्र खटीमा में थारूलैंड जमीन को स्टाम्प पर खरीदकर बसे भूतपूर्व फौजियों को भी अब सरकारी कांटो पर धान की फसल बेचने का हक मिलेगा. मंडी समिति के धान तोल सर्वर में अन्य जमीनों के साथ ही स्टाम्प पेपर पर जमीन खरीदकर भूस्वामी बने किसानों की फसल तौलने का विकल्प भी जोड़ा जा रहा है.

खटीमा में स्टाम्प पेपर पर जमीन खरीदकर भूस्वामी बने किसानों की सरकारी कांटों में धान की फसल ना तौल पाने की समस्या का समाधान होने जा रहा है. जल्द ही मंडी विभाग के धान तौल सर्वर में अन्य जमीन के साथ स्टाम्प पेपर में भूमि खरीदने वाले छोटे किसानों की फसलों को तौलवाने का विकल्प भी जोड़ा जा रहा है.

स्टाम्प पेपर भूस्वामी किसानों को राहत

ये भी पढ़ें: प्रीतम सिंह ने बीजेपी नेताओं को दी खुली बहस की चुनौती, कहा- क्या जवाब देने सक्षम हैं?

एसडीएम निर्मला बिष्ट ने कहा कि जिलाधिकारी रंजना राजगुरु के खटीमा दौरे पर किसानों ने अपनी समस्या बताई थी कि खटीमा के अधिकतर जमीन जहां थारू लैंड है. जिस पर सामान्य वर्ग और भूतपूर्व सैनिक किसानी करते हैं. इस जमीन को सभी ने स्टापम्प पेपर के माध्यम से क्रय किया गया है. क्योंकि जनजाति जमीन सामान्य वर्ग को ट्रांसफर नहीं होती, इसलिए भूमि अभिलेखों में कई किसानों का रिकॉर्ड नहीं है. जिसके चलते खटीमा क्षेत्र के सैकड़ों किसान सरकारी कांटों में फसल को नहीं बेच पाते थे.

अब जिलाधिकारी के निर्देश पर इसमें इन छोटे व स्टाम्प पेपर भू स्वामी किसानों को भी जोड़ा जा रहा है. जल्द ही इन किसानों की धान की फसल भी सरकारी कांटों पर तौली जाने लगेगी, जिसकी तैयारी प्रशासन द्वारा की जा रही है.

खटीमा: उधम सिंह नगर जनपद के सीमांत क्षेत्र खटीमा में थारूलैंड जमीन को स्टाम्प पर खरीदकर बसे भूतपूर्व फौजियों को भी अब सरकारी कांटो पर धान की फसल बेचने का हक मिलेगा. मंडी समिति के धान तोल सर्वर में अन्य जमीनों के साथ ही स्टाम्प पेपर पर जमीन खरीदकर भूस्वामी बने किसानों की फसल तौलने का विकल्प भी जोड़ा जा रहा है.

खटीमा में स्टाम्प पेपर पर जमीन खरीदकर भूस्वामी बने किसानों की सरकारी कांटों में धान की फसल ना तौल पाने की समस्या का समाधान होने जा रहा है. जल्द ही मंडी विभाग के धान तौल सर्वर में अन्य जमीन के साथ स्टाम्प पेपर में भूमि खरीदने वाले छोटे किसानों की फसलों को तौलवाने का विकल्प भी जोड़ा जा रहा है.

स्टाम्प पेपर भूस्वामी किसानों को राहत

ये भी पढ़ें: प्रीतम सिंह ने बीजेपी नेताओं को दी खुली बहस की चुनौती, कहा- क्या जवाब देने सक्षम हैं?

एसडीएम निर्मला बिष्ट ने कहा कि जिलाधिकारी रंजना राजगुरु के खटीमा दौरे पर किसानों ने अपनी समस्या बताई थी कि खटीमा के अधिकतर जमीन जहां थारू लैंड है. जिस पर सामान्य वर्ग और भूतपूर्व सैनिक किसानी करते हैं. इस जमीन को सभी ने स्टापम्प पेपर के माध्यम से क्रय किया गया है. क्योंकि जनजाति जमीन सामान्य वर्ग को ट्रांसफर नहीं होती, इसलिए भूमि अभिलेखों में कई किसानों का रिकॉर्ड नहीं है. जिसके चलते खटीमा क्षेत्र के सैकड़ों किसान सरकारी कांटों में फसल को नहीं बेच पाते थे.

अब जिलाधिकारी के निर्देश पर इसमें इन छोटे व स्टाम्प पेपर भू स्वामी किसानों को भी जोड़ा जा रहा है. जल्द ही इन किसानों की धान की फसल भी सरकारी कांटों पर तौली जाने लगेगी, जिसकी तैयारी प्रशासन द्वारा की जा रही है.

Last Updated : Oct 20, 2020, 10:36 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.