जसपुर: स्थानीय कांग्रेस विधायक (Jaspur Congress MLA) आदेश सिंह चौहान ने तीन लोगों पर गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है. विधायक का कहना है कि उनके गनर की वर्दी तक फाड़ दी गई. आदेश चौहान और उनके समर्थकों ने कोतवाली में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इधर आदेश चौहान इस मामले पर जसपुर कोतवाली में धरने पर बैठ गए हैं. आदेश चौहान का कहना है कि वो रविवार को इस मामले को लेकर पुलिस महानिदेशक और विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे. वहीं, दूसरी तरफ दूसरे पक्ष ने भी विधायक आदेश चौहान समेत उनके दर्जनभर साथियों के खिलाफ मारपीट और अभद्रता करने की तहरीर पुलिस को दी है. अब पुलिस दोनों पक्षों की तहरीर की जांच कर रही है.
गाली-गलौज पर उतारू: जसपुर कांग्रेस विधायक आदेश सिंह चौहान (Jaspur MLA Adesh Singh Chauhan) ने पुलिस को तहरीर देकर कहा कि, जसपुर में अवैध शराब, नशाखोरी और सूदखोरी चरम सीमा पर है. बीते दिनों सूदखोर से पीड़ित एक युवक ने उनके पास आकर शिकायत की थी, जिसके बाद उन्होंने एक शिकायती पत्र पीड़ित की तरफ से उप जिलाधिकारी जसपुर को दिया था. इन्हीं सूदखोरों ने उनपर शिकायतें पत्र वापस कराए जाने का दवाब बनाया और उसके बाद उनपर जानलेवा हमला किया.
विधायक ने बताया कि, शुक्रवार सुबह वो निवारमंडी गांव में अपने आवास पर थे. सुबह करीब साढ़े नौ बजे अवनीश कुमार (पुत्र कृष्ण कुमार), मदन लाल व कृष्ण कुमार (पुत्र परमानंद, निवासी मोहल्ला भूपसिंह जसपुर) उनके आवास में घुस आए. आते ही विधायक से कहने लगे कि वो उनके खिलाफ एसडीएम को बहुत शिकायत करते हैं, साथ ही शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने लगे. विधायक ने कहा कि वह वह आम जनता के साथ हैं और किसी दबाव में नहीं आएंगे. इतना सुनते ही तीनों लोग आग बबूला हो गये और सबक सिखाने की बात करते हुए गाली-गलौज करने लगे.
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विधायक ने की कार्रवाई की मांग: आरोपी कहने लगे कि तुम हमारा ब्याज का काम रुकवाना चाहते हो. शोर सुनकर मौके पर सरदार सुखदेव सिंह, गनर प्रयाग सिंह एवं अन्य लोग भी आ गये. आरोप है कि तीनों लोगों ने हमला करते हुये गनर की वर्दी फाड़ दी. लोगों ने किसी तरह विधायक एवं गनर को बचाया. तीनों जाते समय कह गये कि तुमने जिन किसानों से हमारे खिलाफ 24 अगस्त को शिकायती पत्र दिलाये हैं, उनको वापस करा दो, नहीं तो मौका मिलने पर तुम्हें जान से मार देंगे. विधायक ने तीनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
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धरने पर बैठे आदेश चौहान: इस पूरे घटनाक्रम को लेकर आदेश चौहान अपने अनेक समर्थकों के साथ जसपुर कोतवाली में धरने पर बैठ गए हैं. इसके साथ ही विधायक ने आरोप लगाए कि पुलिस को उनपर जानलेवा हमले के प्रयास की शिकायत करते ही पुलिस उन्हें पकड़ लायी. उसके तुरंत बाद पुलिस ने दूसरे पक्ष को लोगों को छोड़ दिया और इसके तुरंत बाद उनका गनर हटा दिया गया, फिर रात 8 बजे उनकी सुरक्षा में नया गनर भेज दिया गया, जिसे वो जानते ही नहीं हैं. उन्होंने पुलिस की इस कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए जिले के पुलिस कप्तान मंजूनाथ टीसी से जवाब मांगा है.
गनर हटाया नहीं गया, पूछताछ को बुलाया गया: पूरे मामले में एसपी काशीपुर चंद्रमोहन सिंह ने कहा कि विधायक के गनर को नहीं हटाया गया है, बस गनर प्रयाग सिंह को पूछताछ के लिए जिला मुख्यालय बुलाया गया था. उधर, एसएसपी मंजूनाथ टीसी के निर्देश पर विधायक आदेश चौहान को दूसरा गनर उपलब्ध करा दिया गया है.
आरोपी पक्ष की दलील: वहीं, दूसरे पक्ष के कृष्ण कुमार ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि, उसका एक चेक का मुकदमा सुनील कुमार निवासी अंगदपुर से कोर्ट में चल रहा है. उस सिलसिले में समझौता कराने को विधायक ने अपने घर बुलाया था. कृष्ण कुमार के साथ उसका बेटा अवनीश, भाई मदनलाल भी आये थे. मदनलाल बीजेपी समर्थक हैं, जिन्हे देखकर विधायक गुस्सा हो गए और गाली-गलौज कर मुकदमा वापस लेने को कहा. आरोप है कि मुकदमा वापस लेने से मना करने पर विधायक, सुनील कुमार एवं उनके दस बारह लोगों ने तीनों से मारपीट की. कृष्ण कुमार ने भी पुलिस से कार्रवाई की मांग की है. कोतवाल अशोक कुमार ने बताया कि दूसरे पक्ष ने भी तहरीर दे दी है. दूसरे पक्ष को कहना है कि उन्हें विधायक गुट से जान का खतरा है.