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डॉक्टरों की हड़ताल का दिखने लगा असर, सरकारी अस्पतालों की OPD में डेढ़ गुना इजाफा

रीजों का कहना है कि निजी अस्पताल बंद होने से उनको सरकारी अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है, लेकिन सरकारी अस्पताल की दवा से कोई लाभ नहीं मिल रहा है.

डॉक्टरों की हड़ताल का दिखने लगा असर
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Published : Feb 21, 2019, 10:57 PM IST

देहरादून: क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में पांच दिनों से बंद चल रहे निजी अस्पतालों की हड़ताल का असर दिखने लगा है. सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है. जिससे मरीजों को इलाज के लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है.

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निजी डॉक्टरों की हड़ताल का असर खटीमा के सीमांत क्षेत्र के नागरिक चिकित्सालय में भी देखने को मिल रहा है. मरीजों का कहना है कि निजी अस्पताल बंद होने से उनको सरकारी अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है, लेकिन सरकारी अस्पताल की दवा से कोई लाभ नहीं मिल रहा है.

डॉक्टरों की हड़ताल का दिखने लगा असर

वहीं, सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर निजी अस्पतालों की हड़ताल के चलते ओपीडी डेढ़ गुना बढ़ने की बात कर रहे हैं. इसके साथ ही सरकारी डॉक्टर मरीजों को बेहतर इलाज देने की बात कर रहे हैं.

देहरादून: क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में पांच दिनों से बंद चल रहे निजी अस्पतालों की हड़ताल का असर दिखने लगा है. सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है. जिससे मरीजों को इलाज के लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है.

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निजी डॉक्टरों की हड़ताल का असर खटीमा के सीमांत क्षेत्र के नागरिक चिकित्सालय में भी देखने को मिल रहा है. मरीजों का कहना है कि निजी अस्पताल बंद होने से उनको सरकारी अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है, लेकिन सरकारी अस्पताल की दवा से कोई लाभ नहीं मिल रहा है.

डॉक्टरों की हड़ताल का दिखने लगा असर

वहीं, सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर निजी अस्पतालों की हड़ताल के चलते ओपीडी डेढ़ गुना बढ़ने की बात कर रहे हैं. इसके साथ ही सरकारी डॉक्टर मरीजों को बेहतर इलाज देने की बात कर रहे हैं.

Intro:एंकर- क्लीनिकल स्टेब्लिसमेन्ट एक्ट के विरोध में पांच दिनों से बंद चल रहे नीजि अस्पतालों की हडताल का दिखने लगा है असर। सरकारी अस्पतालों में में मरीजो की लगी लंबी लाइने।

नोट- खबर एफटीपी में - niji aspataal me hadtaal ka asar - नाम के फोल्डर में है।


Body:वीओ-सरकार के क्लीनिकल स्टेब्लिसमेन्ट एक्ट के विरोध में पिछले पांच दिनों से बंद नीजि चिकित्सालयो के बंद का असर अब दिखना लगा है। नीजि अस्पतालों की बंदी से सरकारी अस्पताल में मरीजो की संख्या में इजाफा हो गया है क्योंकि अपने इलाज को लेकर मरीज सरकारी अस्पतालो का रुख कर रहे है। जहाँ अत्यधिक भीड़ होने की वजह से मरीजो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खटीमा के सीमांत क्षेत्र के नागरिक चिकित्सालय में इलाज कराने आ रहे मरीज लंबी लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आ रहे है। तो वही कई मरीज अच्छे इलाज के लिये यूपी का रुख रहे है। सरकारी अस्पताल की लंबी लाइन में खड़े मरीज सरकार से जल्द से जल्द नीजि अस्पतालो की हड़ताल खत्म करवाने की मांग कर रहे है। जबकि वही सरकारी अस्पताल के डॉक्टर नीजि अस्पतालो की हड़ताल की वजह से डेढ़ गुना ओपीडी बढ़ने की बात कह रहे है। वही सरकारी अस्पताल के माध्यम से सभी मरीजो को बेहतर इलाज दिये जाने की बात कह रहे है।

बाइट- जय प्रकाश शर्मा मरीज

बाइट- इंद्रा देवी मरीज

बाइट- डॉ वीपी सिंह चिकित्सक नागरिक चिकित्सालय खटीमा


Conclusion:
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