काशीपुर: कल (तीन मार्च) से गैरसैंण में उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है. चार मार्च को त्रिवेंद्र सिंह रावत अपनी सरकार का चौथा बजट पेश करेगी. लेकिन बजट सत्र शुरू होने से पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है.
पूर्व सीएम हरीश रावत काशीपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. इस दौरान उन्होंने बजट सत्र पर सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य सरकार गैरसैंण में विधानसभा सत्र के नाम पर महज औपचारिकता पूरी कर रही है. क्योंकि सरकार को आलोचना का काफी डर था. विपक्ष की मांग थी कि यह सत्र 15 दिनों तक चलाया जाए. लेकिन सरकार आलोचना के डर से इस सत्र को चंद दिनों में ही समाप्त कर औपचारिकता मात्र कर रही है. इससे किसी का भी हित नहीं होगा. चंद दिनों में राज्य के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पाएगी.
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इसके अलावा हरीश रावत ने शराब की दामों में कटौती, बेरोजगारी, बारिश से बर्बाद हुई फसल, किसानों की आत्महत्या और हाल ही में फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में हुई नकल के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा.
रावत ने कहा कि राज्य में अगर आगामी 2022 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार आती है तो दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखंड की जनता को भी 200 से ढाई सौ यूनिट बिजली प्रतिमाह मुफ्त दी जाएगी. साथ ही 45 लीटर पानी मुफ्त दिया जाएगा.