रुद्रपुर: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari) आज पंतनगर कृषि विश्विद्यालय पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अखिल भारतीय किसान मेले का भ्रमण भी किया. वहीं, इसके बाद कोश्यारी ने गांधी हॉल में किसानों को संबोधित भी किया. उन्होंने कहा कि पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा किये प्रयोगों का लाभ देशभर के किसानों तक पहुंच रहा है. उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर इस कृषि विश्वविद्यालय को शिखर पर पहुंचाना है.
बता दें कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पांच दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर हैं. ऐसे में अपने दौरे के पहले दिन वह आज पंतनगर कृषि विश्विद्यालय पहुंचे. इस दौरान कुलपति मनमोहन सिंह चौहान ने उनका स्वागत किया. जिसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित 112वें अखिल भारतीय किसान मेले में पहुंचे और यहां विश्वविद्यालय द्वारा लगाए विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन भी किया. वहीं, इसके बाद कोश्यारी ने गांधी हॉल में किसानों को संबोधित भी किया.
अपने संबोधन में भगत सिंह कोश्यारी ने स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देने की बात कही. उन्होंने कहा कि वह एक किसान के बेटे हैं. इसलिए वह इस किसान मेले को देखने रुद्रपुर पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय का किसानों की आय बढ़ाने में अहम योगदान है. यहां के वैज्ञानिकों द्वारा किये प्रयोगों का लाभ देशभर के किसानों तक पहुंच रहा है. उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर इस कृषि विश्वविद्यालय को शिखर पर पहुंचाना है.
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गौरतलब है कि सोमवार को 112वें किसान मेले (All India Kisan Mela) का डीएम युगल किशोर पंत, किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह और कुलपति मनमोहन सिंह चौहान ने संयुक्त रूप से शुभारंभ किया था. इस मेले में तमाम महाविद्यालयों, विभागों और निजी संस्थानों के स्टॉल लगाए हैं. वहीं, इस किसान मेले में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी, उत्तराखंड सहित पड़ोसी मुल्क नेपाल के किसान भी प्रतिभाग करते हैं. आयोजकों की मानें को इस बार मेले में 20 हजार से अधिक किसान शिरकत कर सकते हैं.
वहीं, इस मेले में 150 बड़ी दुकानें हैं. जिसमें कृषि से संबंधित आधुनिक यंत्रों की प्रदर्शनी लगाई गई है. जबकि, ढाई सौ से अधिक स्टॉल अलग-अलग संस्थानों द्वारा लगाए गए हैं. यही नहीं मेले में पहुंच रहे किसानों को वैज्ञानिकों की टीम कार्यशाला के माध्यम से आधुनिक खेती के बारे में जानकारी भी दे रही है.