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जंगलों में कोहरे का फायदा उठा सकते हैं शिकारी, वन विभाग ने बनाया ये प्लान

उत्तराखंड के जंगलों में कोहरा पड़ने के साथ ही शिकारी भी सक्रिय हो गए हैं. शिकारियों की गतिविधियों को देखते हुए गश्त बढ़ा दी गई है.

कोहरे का फायदा उठा कर रहे शिकार
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Published : Nov 23, 2019, 6:51 PM IST

Updated : Nov 23, 2019, 11:20 PM IST

खटीमा: ठंड आते ही कोहरे का दौर शुरू हो गया है. इसी कोहरे का फायदा उठाकर शिकारी भी जंगलों में सक्रिय हो गए हैं. वहीं वन विभाग ने शिकारियों पर अंकुश लगाने के लिए कोहरा लगने से पहले और समाप्त होने के बाद जंगलों में गश्त की शुरुआत कर दी गई है.

वहीं सुरई रेंज के वन अधिकारी सतीश रेखाड़ी ने बताया कि सुरई वन रेंज जहां एक ओर यूपी से लगती है. वहीं दूसरी ओर इसकी सीमाएं नेपाल से भी लगी हुई हैं. जिसके चलते यहां पर शिकारियों की गतिविधियां ज्यादा होती हैं. वहीं जाड़े का मौसम शुरू होते ही सीमांत क्षेत्र के जंगलों में शिकारियों की गतिविधियां शुरू हो जाती हैं, क्योंकि जाड़े का मौसम शुरू होते ही जंगलों में सुबह-शाम कोहरा लगना शुरू हो जाता है.

ये भी पढ़े : 'कभी शरद पवार ने भी इसी अंदाज में तोड़ी थी पार्टी'

कोहरे का फायदा उठाकर शिकारी वन्यजीवों का शिकार करते हैं. इसलिए वन्यजीवों को शिकारियों के चंगुल से बचाने के लिए वन विभाग द्वारा जंगलों में सुबह शाम कोहरा हटने और लगने से पहले लगातार गश्त की जा रही है, ताकि शिकारियों पर अंकुश लगाया जा सके.

खटीमा: ठंड आते ही कोहरे का दौर शुरू हो गया है. इसी कोहरे का फायदा उठाकर शिकारी भी जंगलों में सक्रिय हो गए हैं. वहीं वन विभाग ने शिकारियों पर अंकुश लगाने के लिए कोहरा लगने से पहले और समाप्त होने के बाद जंगलों में गश्त की शुरुआत कर दी गई है.

वहीं सुरई रेंज के वन अधिकारी सतीश रेखाड़ी ने बताया कि सुरई वन रेंज जहां एक ओर यूपी से लगती है. वहीं दूसरी ओर इसकी सीमाएं नेपाल से भी लगी हुई हैं. जिसके चलते यहां पर शिकारियों की गतिविधियां ज्यादा होती हैं. वहीं जाड़े का मौसम शुरू होते ही सीमांत क्षेत्र के जंगलों में शिकारियों की गतिविधियां शुरू हो जाती हैं, क्योंकि जाड़े का मौसम शुरू होते ही जंगलों में सुबह-शाम कोहरा लगना शुरू हो जाता है.

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कोहरे का फायदा उठाकर शिकारी वन्यजीवों का शिकार करते हैं. इसलिए वन्यजीवों को शिकारियों के चंगुल से बचाने के लिए वन विभाग द्वारा जंगलों में सुबह शाम कोहरा हटने और लगने से पहले लगातार गश्त की जा रही है, ताकि शिकारियों पर अंकुश लगाया जा सके.

Intro:summary- जाड़े के मौसम में लगने वाले कोहरे के कारण शिकारियों को शिकार में होने वाली आसानी के चलते सीमात क्षेत्र के जंगलों में शिकारियों की गतिविधियां हुई शुरू। वहीं वन विभाग ने शिकारियों पर अंकुश लगाने के लिए कोहरा लगने से पहले और समाप्त होने के बाद जंगलों में गस्त की शुरू। नोट-खबर मेल पर है। एंकर- खटीमा उप वन प्रभाग के जंगलो में जाड़े के मौसम शुरू होते ही शिकारियों की शुरू हो जाती है गतिविधियां। वन्यजीवों को शिकारियो का शिकार होने से बचाने के लिये वन विभाग ने वन्यजीवों के आवास स्थलों के आसपास सुबह शाम गश्त की शुरू।


Body:वीओ- जाड़े का मौसम शुरू होते ही सीमांत क्षेत्र के जंगलों में शिकारियों की गतिविधिया शुरू शुरू हो जाती है। वन्यजीवों को शिकारियो से बचाने के लिए वन विभाग ने योजना बनाकर गस्त शुरू कर दी है। वन विभाग द्वारा सुबह कोहरा लगने के बाद और शाम को कोहरा लगने से पहले जंगलों में वन्यजीवों के आवास स्थलों के आसपास गश्त की जा रही है। ताकि शिकारियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके। वही सुरई रेंज के वन अधिकारी सतीश रेखाड़ी जी ने बताया सुरई वन रेंज जहां एक और यूपी से लगती है। वहीं दूसरी ओर इसकी सीमाएं नेपाल से भी लगी हुई है, जिसके चलते यहां पर शिकारियों की गतिविधियां ज्यादा होती है। वही जाड़े का मौसम शुरू होते ही श्रीमान क्षेत्र के जंगलों में शिकारीयो की गतिविधियां शुरू हो जाती हैं। क्योंकि जाड़े का मौसम शुरू होते ही जंगलों में सुबह-शाम कोहरा लगना शुरू हो जाता है। और कोहरे का फायदा उठाकर शिकारी वन्यजीवों का शिकार करते हैं। इसलिए वन्यजीवों को शिकारियों के चंगुल से बचाने के लिए वन विभाग द्वारा वन्यजीवों के आवास स्थलों के आसपास सुबह शाम कोहरा हटने और लगने से पहले लगातार गश्त की जा रही है। ताकि वन्यजीवों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। बाइट- सतीश रेखाडी। वन अधिकारी सुरई वन रेंज खटीमा


Conclusion:
Last Updated : Nov 23, 2019, 11:20 PM IST
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