काशीपुर: केंद्र सरकार द्वारा महिला उत्पीड़न के मामलों पर नकेल कसने के कड़े कानून बनाए जा रहे हैं. बावजूद इसके महिला अपराध के ग्राफ दिनोंदिन बढ़ता है. जिसका ताजा उदाहरण शुक्रवार को नगर कोतवाली में दिखाई दिया. जहां दहेज उत्पीड़न से जुड़े हुए दो अलग-अलग मामले आए हैं. पीड़िताओं को शिकायत पर पुलिस ने दोनों मामले में 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है.
पहला मामला मोहल्ला अल्लीखां का है. अल्लीखां निवासी मेहनाज ने पुलिस दी तहरीर में बताया है कि सितंबर 2018 में उसका निकाह उसी मोहल्ले के शावेज से हुआ था. लेकिन उसकी सास सायरा बानो, ससुर नजाकत हुसैन, ननद शिबा और अलीशा इस निकाह से खुश नहीं थे. इसी वजह ये सभी लोगों उसके पति शावेज को भड़काने लगे. पहले तो पति ने अपने घर वालों को समझाया, लेकिन बाद में वो भी उनके साथ हो गया और दहेज में रूप में दो लाख रुपए की मांग करने लगा.
मेहनाज का आरोप है कि जब उसने पैसे लाने से मना कर दिया तो सुसरालियों ने उसके साथ मारपीट की और उसे घर से निकाल दिया. हालांकि, बाद में मोहल्ले वालों ने उसके ससुरालियों को समझाया. जिसके बाद वो दोबार ससुराल चली गई थी. लेकिन वे फिर से उसका शारीरिक और मानसिक शोषण करने लगे. मई 2019 में मेहनाज के साथ फिर मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया.
इसके बाद 20 जुलाई 2019 ससुरालियों का एक रिश्तेदार मोहसिन उसके मायके पहुंचा, जहां उसने मेहनाज और उसके मायके वालों के साथ मारपीट की. शोर-शराबे के आवाज सुनकर जब मोहल्ले के लोगों वहां से पहुंचे तो सभी आरोपी भाग गए. पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 498ए, 147, 323, 504, 506, 452 और 3/4 दहेज अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है.
वहीं, दूसरा मामला भी मोहल्ला अल्लीखां का ही है. अल्लीखां निवासी हिना परवीन ने अपने सुसरालियों पर दहेज के लिये प्रताड़ित कर मारपीट करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने महिला की तहरीर पर आरोपी पति अली नवी निवासी मुरादाबाद, यूपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.