खटीमाः उधम सिंह नगर जिले में बेमौसम बारिश के चलते किसानों के माथे पर चिंता की लकीर पड़ गई है. नानकमत्ता क्षेत्र में बेमौसम बारिश से सैकड़ों हेक्टेयर गेहूं की फसल खराब हो गई है. बारिश के कारण खेतों में तैयार गेहूं की फसल गिर चुकी है. इसके अलावा खेतों में पानी भरने के कारण गेहूं की फसल खराब हो गई है. गेहूं की फसल खराब होने से छोटे किसानों के आगे भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं. किसानों ने धामी सरकार से खराब फसल का सर्वे कर मुआवजा देने की गुहार लगाई है. वहीं, उधम सिंह नगर जिले में गेहूं की फसल खराब होने से कीमतों में इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है.
दरअसल, नानकमत्ता क्षेत्र में भारी बारिश से किसानों की गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. बारिश से खेतों में पकी गेहूं की फसल बर्बाद हो चुकी है और गेहूं पानी में पड़ा है. इसके अलावा किसानों की मौसमी फसलों जैसे आलू, मटर को भी काफी नुकसान हुआ है. किसानों को आय की उम्मीद गेहूं की फसल से थी, लेकिन बारिश ने गेहूं की फसल खराब करने के साथ किसानों के उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया है.
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वहीं, भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष गुरसेवक सिंह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से किसानों की फसल का सर्वे करवा कर उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की है. इसके अलावा व्यापारी हरप्रीत सिंह का कहना है कि बेमौसम बारिश से गेहूं की फसल खेत में खराब होने के कारण मंडियों और राइस मिलों को भी अच्छा गेहूं नहीं मिल पाएगा. जिससे क्षेत्र के व्यापारियों को भी भारी नुकसान पहुंचेगा, क्योंकि दाना खराब होने से अच्छी गुणवत्ता का आटा नहीं बन पाएगा. इससे गेहूं के दामों में भी उछाल देखने को मिल सकता है.