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खटीमा: नौकरी से निकाले गये पर्यावरण मित्रों ने किया SDM घेराव, हाई कोर्ट जाने की चेतावनी - protest made by khatima workers

खटीमा सफाई कर्मियों ने निलंबन से आक्रोशित होकर धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम का घेराव करते हुए वापस नौकरी पर रखने और 5 महीने की बकाया सैलरी के भुगतान की मांग की. साथ ही पीड़ित पर्यावरण मित्रों ने मांगें पूरी नहीं होने पर हाई कोर्ट जाने की चेतावनी भी दी.

नौकरी से निकाले जानें पर पर्यावरण मित्रों ने किया एसडीएम का घेराव.
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Published : Sep 14, 2019, 7:13 PM IST

खटीमा: नगर पालिका समिति द्वारा सफाई कर्मियों को निकाले जाने पर आक्रोशित पर्यावरण मित्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम का घेराव करते हुए वापस नौकरी पर रखने और 5 महीने की बकाया सैलरी के भुगतान की मांग की. साथ ही पीड़ित पर्यावरण मित्रों ने मांगें पूरी नहीं होने पर हाई कोर्ट जाने की चेतावनी भी दी. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.

पढें- अल्मोड़ा: हार्ट केयर सेंटर बंद किए जाने पर लोगों में सरकार के खिलाफ आक्रोश

दरअसल, मोहल्ला स्वच्छता समिति के तहत नगर में सफाई व्यवस्था करने के लिए लगाए गए 166 पर्यावरण मित्रों में से 85 को नगर पालिका ने नौकरी से निकाला गया था. नगर पालिका द्वारा बिना नोटिस के निकाले गए 85 पर्यावरण मित्रों ने एसडीएम का घेराव कर नौकरी पर वापस रखने की मांग की है. वहीं, नौकरी से निकाले गए पर्यावरण मित्रों ने एसडीएम निर्मला बिष्ट को भी मामले की जानकारी दी है.

नौकरी से निकाले जाने पर पर्यावरण मित्रों ने किया एसडीएम का घेराव.


गौर हो कि नगर पालिका द्वारा 5 माह पूर्व 166 पर्यावरण मित्रों की नियुक्ति की गई थी लेकिन अचानक से 85 पर्यावरण मित्रों को बिना किसी नोटिस और बिना कारण बताए नौकरी से बाहर कर दिया गया है, जिसे लेकर पर्यावरण मित्रों में रोष बना हुआ है.

वहीं एसडीएम निर्मला बिष्ट ने नगर पालिका प्रशासन से बात कर कर्मचारियों की समस्या के समाधान को लेकर हरसंभव प्रयास की बात कही.

खटीमा: नगर पालिका समिति द्वारा सफाई कर्मियों को निकाले जाने पर आक्रोशित पर्यावरण मित्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम का घेराव करते हुए वापस नौकरी पर रखने और 5 महीने की बकाया सैलरी के भुगतान की मांग की. साथ ही पीड़ित पर्यावरण मित्रों ने मांगें पूरी नहीं होने पर हाई कोर्ट जाने की चेतावनी भी दी. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.

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दरअसल, मोहल्ला स्वच्छता समिति के तहत नगर में सफाई व्यवस्था करने के लिए लगाए गए 166 पर्यावरण मित्रों में से 85 को नगर पालिका ने नौकरी से निकाला गया था. नगर पालिका द्वारा बिना नोटिस के निकाले गए 85 पर्यावरण मित्रों ने एसडीएम का घेराव कर नौकरी पर वापस रखने की मांग की है. वहीं, नौकरी से निकाले गए पर्यावरण मित्रों ने एसडीएम निर्मला बिष्ट को भी मामले की जानकारी दी है.

नौकरी से निकाले जाने पर पर्यावरण मित्रों ने किया एसडीएम का घेराव.


गौर हो कि नगर पालिका द्वारा 5 माह पूर्व 166 पर्यावरण मित्रों की नियुक्ति की गई थी लेकिन अचानक से 85 पर्यावरण मित्रों को बिना किसी नोटिस और बिना कारण बताए नौकरी से बाहर कर दिया गया है, जिसे लेकर पर्यावरण मित्रों में रोष बना हुआ है.

वहीं एसडीएम निर्मला बिष्ट ने नगर पालिका प्रशासन से बात कर कर्मचारियों की समस्या के समाधान को लेकर हरसंभव प्रयास की बात कही.

Intro:summary- मोहल्ला स्वच्छता समिति के तहत नगर में सफाई व्यवस्था करने के लिए लगाए गए 166 पर्यावरण मित्रों में से 85 को नगर पालिका ने नौकरी से निकाला। आक्रोशित पर्यावरण मित्रों ने एसडीएम का घेराव कर नौकरी पर वापस रखने और 5 माह की सैलरी दिलाने की मांग की।

नोट-खबर एफटीपी में - sdm ka gherav- नाम के फोल्डर में है।

एंकर- नगर पालिका द्वारा बिना नोटिस के निकाले गए 85 पर्यावरण मित्रों ने एसडीएम का किया घेराव। आक्रोशित पर्यावरण मित्रो ने एसडीएम से पुनः नोकरी पर रखे जाने और पांच माह का बकाया वेतन दिलाये जाने की मांग की।


Body:वीओ- नगर पालिका खटीमा से निकाले गए 85 पर्यावरण मित्रों ने आज नगर पालिका कार्यालय में पहुंच एसडीएम का घेराव किया। आक्रोशित पर पर्यावरण मित्रों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा नगर पालिका परिषद द्वारा उनके साथ किए जा रहे शोषण पर न्याय की मांग की है। सफाई कर्मचारी की नौकरी से निकाले गए पर्यावरण मित्रों ने एसडीएम निर्मला बिष्ट को बताया। कि नगर पालिका द्वारा 5 माह पूर्व 166 पर्यावरण मित्रों की नियुक्ति की गई थी। लेकिन अचानक से 85 पर्यावरण मित्रों को बिना किसी नोटिस व बिना कारण बताए नौकरी से बाहर कर दिया गया है। साथ ही नगर पालिका परिषद खटीमा द्वारा पांच माह की सैलरी भी नहीं दी गई है। इसलिए वह अपने हो रहे शोषण को लेकर आज एसडीएम का घेराव कर न्याय की मांग कर रहे हैं। वही पीड़ित पर्यावरण मित्रो ने कहा कि अगर प्रशासन से न्याय नहीं मिलता है तो वह हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने को मजबूर हो जाएंगे। वहीं एसडीएम मित्रों की गुहार लगाए जाने पर एसडीएम खटीमा ने कहा में नगर पालिका प्रशासन से बात कर सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान की हर संभव कोशिश की जाएगी।

बाइट- मुन्नी देवी पीड़ित सफाई कर्मचारी

बाइट- निर्मला बिष्ट एसडीएम खटीमा


Conclusion:
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