खटीमाः नगर पालिका खटीमा में बीते निकाय चुनाव से पहले परिसीमन के बाद भर्ती किए पर्यावरण मित्रों को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. डीएम ने नगर पालिका में 146 पर्यावरण मित्रों की भर्ती में वसूली और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उप जिलाधिकारी को जांच के आदेश दिए हैं. वहीं, आदेश के बाद तहसीलदार के नेतृत्व में दो सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है.
जानकारी के मुताबिक निकाय चुनाव से पहले खटीमा नगर पालिका का परिसीमन किया गया था. परिसीमन के बाद पालिका का दायरा बढ़ गया था. इसी को देखते हुए नगर पालिका बोर्ड ने नगरीय क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के लिए 100 से ज्यादा पदों पर पर्यावरण मित्रों की भर्ती निकाली थी. जिसके तहत नगर पालिका में 146 पर्यावरण मित्र भर्ती किये गये, लेकिन भर्ती के बाद से ही भर्ती प्रक्रिया में धांधली के आरोप लगने शुरू हो गये थे.
भर्ती में आये लोगों ने पालिका प्रशासन पर कुछ लोगों को मानकों के विपरित नियुक्ति और भष्ट्राचार के आरोप लगाए. जिसकी शिकायत उन्होंने जिलाधिकारी से की थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए एसडीएम निर्मला बिष्ट ने तहसीलदार और उपकोषाधिकारी को दो सदस्यीय कमेटी गठित कर जल्द रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं.
वहीं, नगर पालिका ईओ कमला पांडेय का कहना है कि नगर पालिका बोर्ड ने बढ़े हुए नगरीय क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को सही करने के लिये प्रस्ताव लाया था. जिसके लिए नगर स्वच्छता समिति का गठन किया था. उनका कहना है कि नगर स्वच्छता समिति द्वारा ही 146 पर्यावरण मित्रों की भर्ती की गई है.