बाजपुर: ऊधम सिंह नगर में बाजपुर के बहुचर्चित भूमि प्रकरण की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ पाई है. इस भूमि प्रकरण की कमान कांग्रेस पार्टी द्वारा संभालने के बाद इसकी चिंगारी एक बार फिर भड़कना शुरू हो गई है. इसी कड़ी के पहले चरण में कांग्रेसियों ने तहसील गेट पर जवाब दो कार्यक्रम के अंतर्गत धरना प्रदर्शन किया.
दरअसल बाजपुर क्षेत्र के लगभग 20 गांवों और नगरीय क्षेत्र के किसानों, मजदूरों और व्यापारियों से जमींदारी का अधिकार छीन लिया गया है. ऐसे में कांग्रेसियों ने अब इस भूमि प्रकरण का बीड़ा उठाते हुए आंदोलन की शुरुआत की है. वहीं, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता जगतार सिंह बाजवा का कहना है, कि प्रभावितों को उनका हक दिलाने के लिए वो कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने बताया कि समस्त क्षेत्रवासियों के सहयोग से इस जन आंदोलन की शुरुआत की गई है.
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उन्होंने बताया, कि 2 से 5 जून तक सभी सामाजिक संस्थाओं, व्यापार मंडल और प्रबुद्ध लोगों से पत्राचार किया जाएगा. इसके बाद 6 जून को कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के कार्यालय के सामने, 7 जून को कैबिनेट मंत्री अरविद पांडे के कैंप आवास के सामने, 8 जून को सांसद अजय भट्ट के घर के सामने और 9 जून को जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में जवाब दो धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. इसके अलावा 11 जून से आंदोलन का दूसरा चरण, "नींद हराम" कार्यक्रम शुरू होगा. इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर सभी जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान खींचा जाएगा.