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भांग से तैयार किए जा रहे एंटी बैक्टीरियल कपड़े, सीएम भी कर चुके हैं तारीफ

मुरादाबाद से ताल्लुक रखने वाले अर्पित अग्रवाल के हैम्प अफेयर प्रा० लिमिटेड नाम से कंपनी की शुरूआत की है. इस कंपनी में भांग से कपड़ों का निर्माण किया जाता है.

भांग से तैयार किए जा रहे एंटी बैक्टीरियल कपड़े.
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Published : Oct 23, 2019, 8:44 AM IST

Updated : Oct 23, 2019, 9:41 AM IST

काशीपुर: वैसे तो आपने कपड़ों की कई बैरायटियों के बारे में सुना होगा, लेकिन प्रदेश में एक कंपनी भांग से कपड़ों का उत्पादन कर रही है. जहां भांग, चरस या गांजे की लत शरीर को नुकसान पहुंचाती है. वहीं, इसका सही प्रयोग हमें कई बीमारियों से बचाता है. इसका प्रयोग कपड़ा उत्पादन में करने का कारनामा अर्पित अग्रवाल ने कर दिखाया है. उन्होंने एक ओर एंटी बैक्टीरियल कपड़े को तैयार किया है. वहीं, लोगों के लिए रोजगार का साधन उपलब्ध कराया है.

भांग से तैयार किए जा रहे एंटी बैक्टीरियल कपड़े.

पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद से ताल्लुक रखने वाले अर्पित अग्रवाल के हैम्प अफेयर प्रा० लिमिटेड नाम से कंपनी की शुरूआत की है. इस कंपनी में भांग से कपड़ों का निर्माण किया जाता है. सबसे पहले भांग को काट कर उसे पानी में भिगोकर उसका फाइबर उतारा जाता है या फिर मशीनों के जरिए उसका फाइबर उतारा जाता है. उसके बाद उसे प्रोसेस करके उसे मशीनरी पर स्पिन करके धागा बनाया जाता है. उसके बाद उस धागे से फैब्रिक बनाया जाता है.

अर्पित अग्रवाल ने बताया कि ये कपड़ा एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल आदि बीमारियों से बचाता है. साथ ही भांग से तैयार यह कपड़ा प्रत्येक धुलाई के साथ मुलायम होता जाता है. बाजार में भांग से तैयार इस कपडे़ की कीमत 350 रुपये से लेकर 700 रुपये मीटर तक बेचा जाता है.

ये भी पढ़ें: सफाई के नाम पर बहाए जा रहे करोड़ों रुपए, आखिर कब निर्मल होगी गंगा की धारा?

कंपनी के मालिक अर्पित अग्रवाल ने बताया कि इंटरनेट पर काफी सर्च करने के बाद उन्हें भांग के फायदे और किसान की सोशल इनकम बढ़ाने के रूप में ये विचार आया. उत्तराखंड जैसे राज्य में जहां भांग की खेती चरम पर की जाती है. युवाओं में भांग एक किस्म से नशे के रूप में पसंद की जाती है. यदि इसका औद्योगिक रूप में प्रयोग किया जाए तो प्रदेश भर में जहां बेरोजगारी पर लगाम लगाने में भी मदद मिलेगी. वहीं, प्रदेश के युवाओं को रोजगार भी मिलेगा.

उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में भांग की खेती के लिए भूमि काफी अनुकूल है. यहां ये रोजगार काफी सार्थक सिद्ध होगा. बीते दिनों आईआईएम काशीपुर में स्टार्टअप प्रदर्शनी के कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अर्पित अग्रवाल के इस प्रोजेक्ट को काफी सराहा है. बता दें कि हैम्प अफेयर प्राइवेट लिमिटेड दरअसल बनारस से ताल्लुक रखती है. वो और उनकी टीम पिछले डेढ़ साल से इस क्षेत्र में कार्य कर रही है. वर्तमान में उनके साथ 15 लोगों की टीम कार्य कर रही है.

काशीपुर: वैसे तो आपने कपड़ों की कई बैरायटियों के बारे में सुना होगा, लेकिन प्रदेश में एक कंपनी भांग से कपड़ों का उत्पादन कर रही है. जहां भांग, चरस या गांजे की लत शरीर को नुकसान पहुंचाती है. वहीं, इसका सही प्रयोग हमें कई बीमारियों से बचाता है. इसका प्रयोग कपड़ा उत्पादन में करने का कारनामा अर्पित अग्रवाल ने कर दिखाया है. उन्होंने एक ओर एंटी बैक्टीरियल कपड़े को तैयार किया है. वहीं, लोगों के लिए रोजगार का साधन उपलब्ध कराया है.

भांग से तैयार किए जा रहे एंटी बैक्टीरियल कपड़े.

पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद से ताल्लुक रखने वाले अर्पित अग्रवाल के हैम्प अफेयर प्रा० लिमिटेड नाम से कंपनी की शुरूआत की है. इस कंपनी में भांग से कपड़ों का निर्माण किया जाता है. सबसे पहले भांग को काट कर उसे पानी में भिगोकर उसका फाइबर उतारा जाता है या फिर मशीनों के जरिए उसका फाइबर उतारा जाता है. उसके बाद उसे प्रोसेस करके उसे मशीनरी पर स्पिन करके धागा बनाया जाता है. उसके बाद उस धागे से फैब्रिक बनाया जाता है.

अर्पित अग्रवाल ने बताया कि ये कपड़ा एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल आदि बीमारियों से बचाता है. साथ ही भांग से तैयार यह कपड़ा प्रत्येक धुलाई के साथ मुलायम होता जाता है. बाजार में भांग से तैयार इस कपडे़ की कीमत 350 रुपये से लेकर 700 रुपये मीटर तक बेचा जाता है.

ये भी पढ़ें: सफाई के नाम पर बहाए जा रहे करोड़ों रुपए, आखिर कब निर्मल होगी गंगा की धारा?

कंपनी के मालिक अर्पित अग्रवाल ने बताया कि इंटरनेट पर काफी सर्च करने के बाद उन्हें भांग के फायदे और किसान की सोशल इनकम बढ़ाने के रूप में ये विचार आया. उत्तराखंड जैसे राज्य में जहां भांग की खेती चरम पर की जाती है. युवाओं में भांग एक किस्म से नशे के रूप में पसंद की जाती है. यदि इसका औद्योगिक रूप में प्रयोग किया जाए तो प्रदेश भर में जहां बेरोजगारी पर लगाम लगाने में भी मदद मिलेगी. वहीं, प्रदेश के युवाओं को रोजगार भी मिलेगा.

उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में भांग की खेती के लिए भूमि काफी अनुकूल है. यहां ये रोजगार काफी सार्थक सिद्ध होगा. बीते दिनों आईआईएम काशीपुर में स्टार्टअप प्रदर्शनी के कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अर्पित अग्रवाल के इस प्रोजेक्ट को काफी सराहा है. बता दें कि हैम्प अफेयर प्राइवेट लिमिटेड दरअसल बनारस से ताल्लुक रखती है. वो और उनकी टीम पिछले डेढ़ साल से इस क्षेत्र में कार्य कर रही है. वर्तमान में उनके साथ 15 लोगों की टीम कार्य कर रही है.

Intro:Exclusive story


summary- आपने वैसे तो कपड़ों की कई तरह की वैरायटियों के बारे में सुना होगा जैसे लेकिन देश में नशे के तौर पर प्रयोग की जाने वाली भांग से बने कपड़ों के उत्पादों के बारे में बताएँगे ! यह सच है कि भांग, चरस या गांजे की लत शरीर को नुकसान पहुंचाती है लेकिन इसका सही प्रयोग जहाँ हमें कई बीमारियों से बचा सकता है तो वहीं इसका प्रयोग कपडा उत्पादन में भी किया जा सकता है ! जी हाँ यह सच है और इस सच को हकीकत में कर दिखाया है अर्पित अग्रवाल ने !


एंकर- आपने वैसे तो कपड़ों की कई तरह की वैरायटियों के बारे में सुना होगा जैसे लेकिन देश में नशे के तौर पर प्रयोग की जाने वाली भांग से बने कपड़ों के उत्पादों के बारे में बताएँगे ! यह सच है कि भांग, चरस या गांजे की लत शरीर को नुकसान पहुंचाती है लेकिन इसका सही प्रयोग जहाँ हमें कई बीमारियों से बचा सकता है तो वहीं इसका प्रयोग कपडा उत्पादन में भी किया जा सकता है ! जी हाँ यह सच है और इस सच को हकीकत में कर दिखाया है अर्पित अग्रवाल ने !
Body:वीओ- मूलतः पडोसी राज्य उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद से ताल्लुक रखने वाले अर्पित अग्रवाल के मुताबिक़ उनकी कम्पनी का नाम हैम्प अफेयर प्रा० लि० है ! उनके मुताबिक़ भांग काटने के बाद उसे पानी में भिगोकर उसका फाइबर उतारा जाता है या फिर मशीनों के ज़रिये उसका फाइबर उतारा जाता है ! उसके बाद उसे प्रोसेस करके उससे कोट्टनायिज़ मशीनरी पर स्पिन करके धागा बनाया जाता है और उसके बाद उस धागे से फैब्रिक बनाया जाता है ! अर्पित अग्रवाल के मुताबिक़ यह कपडा एंटी वैक्टीरियल, एंटी फंगल आदि बीमारियों से हमें बचाता है ! साथ ही भांग से तैयार यह कपडा प्रत्येक धुलाई के साथ मुलायम होता जाता है ! बाजार में भांग से तैयार इस कपडे की कीमत 350 रूपए से लेकर 700 रूपए मीटर तक बेचा जाता है !
वीओ- अर्पित के मुताबिक़ नेट पर काफी सर्च करने के बाद उन्हें भांग के फायदे और किसान की सोशल इनकम बढ़ाने के रूप में देखकर ही उनके मन में इस तरह का विचार आया और वह आज सफल भी हैं ! उनके मुताबिक़ उत्तराखंड जैसे राज्य में जहाँ भांग की खेती चरम पर पायी जाती है और युवाओं में भांग एक किस्म से नशे के रूप में पसंद की जाती है यदि इसका औद्योगिक रूप में प्रयोग किया जाए तो प्रदेश भर में जहाँ बेरोजगारी पर लगाम लगाने में भी मदद मिलेगी तो प्रदेश के युवाओं को रोजगार भी मिलेगा ! उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में भांग की खेती के लिए भूमि काफी अनुकूल है और यहाँ इस रोजगार काफी सार्थक सिद्ध होगा ! बीते दिनों प्रदेश के एकमात्र आईआईएम काशीपुर में स्टार्टअप प्रदर्शनी के कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अर्पित अग्रवाल के इस प्रोजेक्ट को काफी सराहा है और वह इसके काफी फायदे भी जानते हैं ! आपको बताते चलें कि हैम्प अफेयर प्राइवेट लिमिटेड दरअसल बनारस से ताल्लुक रखती है और वह और उनकी टीम पिछले डेढ़ साल से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हैं ! उनके मुताबिक़ वर्तमान में उनके साथ 15 लोगों की टीम कार्य कर रही है ! जिसमें अलग अलग क्षेत्रों से जुड़े लोग हाथ वंटा रहे हैं !
बाइट- अर्पित अग्रवाल, प्रोजेक्ट हेड, हैम्प अफेयर प्रा० लि० बनारसConclusion:
Last Updated : Oct 23, 2019, 9:41 AM IST
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