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लॉकडाउन में सिडकुल की आय बनेगी अवैध कब्जेदारों की फसल

लॉकडाउन में अवैध कब्जेदारों की फसल सिडकुल प्रशासन को लाखों रुपये की आय कराएगी. विभागीय अफसरों ने पीएसी व पुलिस फोर्स की मदद से करीब 40 एकड़ भूमि पर खड़ी गेहूं की फसल को काटकर कृषि उत्पादन मंडी के सुपुर्द कर दिया है.

Sitarganj
लॉकडाउन में सिडकुल की आय बनेगी अवैध कब्जेदारों की फसल
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Published : Apr 27, 2020, 8:31 PM IST

सितारगंज: लॉकडाउन में अवैध कब्जेदारों की फसल सिडकुल प्रशासन को लाखों रुपये की आय कराएगी. विभागीय अफसरों ने पीएसी व पुलिस फोर्स की मदद से करीब 40 एकड़ भूमि में बोई गई गेहूं की फसल को काटकर कृषि उत्पादन मंडी के सुपुर्द कर दिया है. बता दें, 298.6 कुंतल उपज 1925 रुपए प्रति कुंतल के सरकारी दाम पर बिक्री होनी है.

बता दें, सिडकुल फेज 2 के ग्राम प्रह्लाद पलासिया गांव में 17 अप्रैल को सिडकुल प्रशासन ने पुलिस व पीएसी की मदद से खुद की भूमि पर जबरन बोई गई करीब 40 एकड़ गेहूं की फसल को कंबाइन से काटकर कृषि उत्पादन मंडी समिति के सुपुर्द कर दिया था. इससे पहले सिडकुल की जमीन पर उगने वाली फसल को अतिक्रमणकारी ही काटकर बेचते रहते थे, लेकिन इस बार सिडकुल प्रशासन ने हिम्मत दिखाकर अतिक्रमणकारियों के चंगुल से गेहूं की उपज को कब्जे में ले लिया.

करीब 40 एकड़ में प्रशासन को 298. 6 कुंतल गेंहू की उपज प्राप्त हुई है. इस उपज को बिक्री कर सिडकुल प्रशासन लॉकडाउन की आपात स्थिति में पुलिस के बाद आमदनी करने वाला क्षेत्र में दूसरा महकमा होगा.

पढ़े- लॉकडाउन के सकारात्मक परिणाम, कुछ इलाकों में जल्द ही दी जाएगी छूट : केंद्र सरकार

वहीं, सिडकुल के सर्वेयर राकेश पांडे ने बताया कि करीब 40 एकड़ भूमि में बोई गई गेहूं कंबाइन मशीनों से काटकर कब्जे में ली गई है. साथ ही सिडकुल के आर्किटेक पीयूष ने बताया कि 298.6 कुंतल गेहूं की उपज कृषि उत्पादन मंडी समिति के सुपुर्द कर दी गई है. कृषि उत्पादन मंडी समिति सचिव ललित पांडे ने बताया कि गेहूं 1925 रुपए कुंतल के सरकारी मूल्य पर खरीदी जाएगी.

कुछ स्थानों पर माफिया का रहा दबदबा

वहीं, कुछ स्थानों पर सिडकुल की भूमि में बोई गई फसल पर माफिया का दबदबा रहा है. जिसे सिडकुल प्रशासन काटने में नाकाम रहा. माफिया रातों-रात करीब 10 एकड़ गेहूं की फसल को काटकर ले गए. हालांकि सिडकुल के आरएम परितोष वर्मा ने मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं.

गेंहू की उपज को लेकर खड़े हो रहे सवाल

सिडकुल प्रशासन ने करीब 40 एकड़ भूमि से गेहूं की फसल को काटकर कब्जे में लिया है, लेकिन प्रशासन को उपज 298.3 कुंतल ही प्राप्त हुई है. जिस पर सवाल खड़े हो रहे है. वहीं, कृषि विभाग के आंकड़े इससे दूर दूर तक मेल नहीं खा रहे हैं. इस पर अपर कृषि विकास अधिकारी सुभाष यादव ने बताया कि एक हेक्टेयर में औसतन करीब 50 कुंतल गेहूं की पैदावार किसान को होती है. जिसके मानक घट बढ़ भी सकते हैं.

सितारगंज: लॉकडाउन में अवैध कब्जेदारों की फसल सिडकुल प्रशासन को लाखों रुपये की आय कराएगी. विभागीय अफसरों ने पीएसी व पुलिस फोर्स की मदद से करीब 40 एकड़ भूमि में बोई गई गेहूं की फसल को काटकर कृषि उत्पादन मंडी के सुपुर्द कर दिया है. बता दें, 298.6 कुंतल उपज 1925 रुपए प्रति कुंतल के सरकारी दाम पर बिक्री होनी है.

बता दें, सिडकुल फेज 2 के ग्राम प्रह्लाद पलासिया गांव में 17 अप्रैल को सिडकुल प्रशासन ने पुलिस व पीएसी की मदद से खुद की भूमि पर जबरन बोई गई करीब 40 एकड़ गेहूं की फसल को कंबाइन से काटकर कृषि उत्पादन मंडी समिति के सुपुर्द कर दिया था. इससे पहले सिडकुल की जमीन पर उगने वाली फसल को अतिक्रमणकारी ही काटकर बेचते रहते थे, लेकिन इस बार सिडकुल प्रशासन ने हिम्मत दिखाकर अतिक्रमणकारियों के चंगुल से गेहूं की उपज को कब्जे में ले लिया.

करीब 40 एकड़ में प्रशासन को 298. 6 कुंतल गेंहू की उपज प्राप्त हुई है. इस उपज को बिक्री कर सिडकुल प्रशासन लॉकडाउन की आपात स्थिति में पुलिस के बाद आमदनी करने वाला क्षेत्र में दूसरा महकमा होगा.

पढ़े- लॉकडाउन के सकारात्मक परिणाम, कुछ इलाकों में जल्द ही दी जाएगी छूट : केंद्र सरकार

वहीं, सिडकुल के सर्वेयर राकेश पांडे ने बताया कि करीब 40 एकड़ भूमि में बोई गई गेहूं कंबाइन मशीनों से काटकर कब्जे में ली गई है. साथ ही सिडकुल के आर्किटेक पीयूष ने बताया कि 298.6 कुंतल गेहूं की उपज कृषि उत्पादन मंडी समिति के सुपुर्द कर दी गई है. कृषि उत्पादन मंडी समिति सचिव ललित पांडे ने बताया कि गेहूं 1925 रुपए कुंतल के सरकारी मूल्य पर खरीदी जाएगी.

कुछ स्थानों पर माफिया का रहा दबदबा

वहीं, कुछ स्थानों पर सिडकुल की भूमि में बोई गई फसल पर माफिया का दबदबा रहा है. जिसे सिडकुल प्रशासन काटने में नाकाम रहा. माफिया रातों-रात करीब 10 एकड़ गेहूं की फसल को काटकर ले गए. हालांकि सिडकुल के आरएम परितोष वर्मा ने मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं.

गेंहू की उपज को लेकर खड़े हो रहे सवाल

सिडकुल प्रशासन ने करीब 40 एकड़ भूमि से गेहूं की फसल को काटकर कब्जे में लिया है, लेकिन प्रशासन को उपज 298.3 कुंतल ही प्राप्त हुई है. जिस पर सवाल खड़े हो रहे है. वहीं, कृषि विभाग के आंकड़े इससे दूर दूर तक मेल नहीं खा रहे हैं. इस पर अपर कृषि विकास अधिकारी सुभाष यादव ने बताया कि एक हेक्टेयर में औसतन करीब 50 कुंतल गेहूं की पैदावार किसान को होती है. जिसके मानक घट बढ़ भी सकते हैं.

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