सितारगंज: लॉकडाउन का पालन कर रही जनता के सब्र का बांध तब टूट गया, जब सरकारी राशन का इंतजार कर रहे लोगों के सामने ही सरकारी राशन की कालाबाजारी की जा रही थी. लोगों का आरोप है कि कोटाधारक राशन किसी व्यापारी को बेच रहा था.
राशन की कालाबाजारी होते देख मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गयी. आक्रोशित ग्रामीणों ने जब सरकारी राशन से लदी गाड़ी को रुकवाया तो ड्राइवर गाड़ी छोड़ कर भाग गया. गाड़ी में उत्तराखंड सरकार की मोहर लगे राशन के खाली कट्टे और प्राइवेट कट्टों में गेहूं बरामद हुआ. इसकी सूचना प्रशासन को दी गयी. जिसके बाद मौके पर पूर्ति निरीक्षक मौके पर पहुंचे और जांच सुबह करने की बात की. इससे ग्रामीण और ज्यादा भड़क उठे.
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वहीं ग्रामीणों के हंगामे के बाद मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी और पुलिस की टीम पहुंची. उप जिलाधिकारी गौरव कुमार ने ग्रामीणों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया, तब जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि देश महामारी की चपेट में है और प्रधानमंत्री लगातार जनता से अपील कर रहे हैं ताकि जनता के सब्र का बांध बना रहे और वो घरों में रहें. वहीं सरकार लगातार प्रयास का रही है कि हर गरीब के घर तक राशन पहुंचे, लेकिन ऐसे हालातों में भी कुछ लोग आम जनता के राशन की कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं.