टिहरी: जिले में महिलाओं को मानव अधिकार संरक्षण एवं ग्रामीण विकास समिति रानी चोरी की ओर से ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र में धूप, अगरबत्ती और टोकरी निर्माण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे महिलाएं अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें.
मानव अधिकार संरक्षण की ट्रेनर सुषमा बहुगुणा ने कहा कि उनकी ओर से महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए उनके 5 और 6 सालों से प्रशिक्षित किया जा रहा है. महिलाएं धूप, अगरबत्ती और टोकरी बनाने का प्रशिक्षण ले रही हैं और फिर अपने व्यवसाय शुरूआत कर अच्छी आर्थिकी प्राप्त कर रही हैं. उन्होंने बताया कि अभी तक उन्होंने 500 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया है. वहीं, प्रशिक्षण ले चुकी महिलाओं का कहना है कि उन्होंने प्रशिक्षण लेने के बाद अपना व्यवसाया शुरू किया और अब हर महीने 6 हजार रुपए की आमदनी हो रही है.
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वहीं, समिति के अध्यक्ष और पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष चंबा संजय बहुगुणा ने कहा कि बिना किसी सरकारी संसाधनों के उनकी ओर से महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए इस तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को प्रत्येक गांवों में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित करना चाहिए, जिससे इस तरह का कार्य करने वाले लोगों को प्रोत्साहित किया जा सके.