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पेयजल समस्या से जूझ रहा धनोल्टी, अधिकारी बोले- बारिश होते ही दूर होगी दिक्कत - water crisis in dhanaulti

धनोल्टी में जल संस्थान द्वारा लगाए गए दो सार्वजनिक स्टैण्ड पोस्ट सूखे पड़े हैं. साथ ही सार्वजनिक प्याऊ पर बूंद भर पानी की व्यवस्था भी नहीं हो पाई है.

पेयजल समस्या से जूझ रहा धनोल्टी.
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Published : May 20, 2019, 8:47 AM IST

Updated : May 20, 2019, 2:04 PM IST

धनोल्टी: पर्यटन विभाग ने नगर में आम लोगों के लिए प्याऊ बनवाया था. ताकि पर्यटकों के साथ राहगीरों को भी पेयजल मिल सके. लेकिन सीजन शुरू होने के बाद भी इस सार्वजनिक प्याऊ में बूंद पानी की व्यवस्था नहीं हो पाई है. साथ ही बाजार में जल संस्थान द्वारा लगाए गए दो सार्वजनिक स्टैण्ड पोस्ट भी सूखे पड़े हैं. जिसके चलते लोगों को पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है.

इस मामले में जल संस्थान के अवर अभियंता का कहना है कि सार्वजनिक प्याऊ पर्यटन विभाग का है और अन्य स्टैण्ड पोस्टों पर पानी उपलब्ध होते ही आपूर्ति सुचारू की जाएगी. इसपर उनसे वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है. जैसे ही बारिश होगी पेयजल समस्या से जूझ रहे लोगों को राहत मिलेगी.

पेयजल समस्या से जूझ रहा धनोल्टी.

पढ़ें: पदोन्नति में आरक्षण पर रार, अब सरकार पर दबाव बनाने की तैयारी

वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि सर्दियों के समय कुछ पाइप फट गए थे. जिनको लेकर कई बार जल संस्थान के कर्मचारियों से बातचीत की गई. लेकिन विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. जिसके चलते स्थानीय लोगों और व्यवसाइयों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

धनोल्टी: पर्यटन विभाग ने नगर में आम लोगों के लिए प्याऊ बनवाया था. ताकि पर्यटकों के साथ राहगीरों को भी पेयजल मिल सके. लेकिन सीजन शुरू होने के बाद भी इस सार्वजनिक प्याऊ में बूंद पानी की व्यवस्था नहीं हो पाई है. साथ ही बाजार में जल संस्थान द्वारा लगाए गए दो सार्वजनिक स्टैण्ड पोस्ट भी सूखे पड़े हैं. जिसके चलते लोगों को पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है.

इस मामले में जल संस्थान के अवर अभियंता का कहना है कि सार्वजनिक प्याऊ पर्यटन विभाग का है और अन्य स्टैण्ड पोस्टों पर पानी उपलब्ध होते ही आपूर्ति सुचारू की जाएगी. इसपर उनसे वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है. जैसे ही बारिश होगी पेयजल समस्या से जूझ रहे लोगों को राहत मिलेगी.

पेयजल समस्या से जूझ रहा धनोल्टी.

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वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि सर्दियों के समय कुछ पाइप फट गए थे. जिनको लेकर कई बार जल संस्थान के कर्मचारियों से बातचीत की गई. लेकिन विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. जिसके चलते स्थानीय लोगों और व्यवसाइयों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

Intro: पर्यटन नगरी धनोल्टी में पेयजल किल्लत से लोग परेशान Body: स्लग- बिन पानी को तरस रहें पर्यटन नगरी धनोल्टी के लोग, टोपी घुमा रहा जलसंस्थान

एंकर -उत्तराखंड जल संस्थान का बहुत ही प्यारा श्लोगन है "जल ही जीवन है " लेकिन अगर जीवन की परवाह किये वगैर केवल श्लोगन से ही जीवन की रक्षा की कल्पना की जाय तो शायद सम्भव नही होगा ।
पृथ्वी पर सभी प्राणियों के साथ साथ पेड़ पौधों का जीवित रहना बिना जल के सम्भव नही है इसलिए सरकार की लोगों की जरूरतो में से सबसे अहम जरुरत पानी को माना जाता है जिसके लिए जरूरत पड़ने पर शाशन व प्रशासन की तरफ से वैकल्पिक ब्यवस्था का भी प्रविधान भी है लेकिन पर्यटन नगरी धनोल्टी में श्लोगन आम लोगों के जीवन को लेकर कोई भी मयाने रखता नजर नही आ रहा है
बात करें तो धनोल्टी में पर्यटन विभाग की तरफ से आम लोगों के लिए प्याऊ बनवाया गया था ताकि सैर सपाटे करने वाले लोगों के साथ साथ रहागीरों को भी पेयजल मिल सकें लेकिन सीजन शुरू होने के बाद भी इस सार्वजनिक प्याऊ पर बूँद भर पानी की कोई ब्यवस्था नही हो पाई साथ ही बाजार मे जल संस्थान के द्वारा दो सार्वजनिक स्टैण्ड पोस्ट भी लगवावे गये थे लेकिन स्रोत पर पानी सूख जाने के कारण स्टैण्ड पोस्टो पर पेयजल आपूर्ति ठप्प हो गई है जिससे लोग अब केवल बोतल बन्द पानी खरीदकर प्यास बुझाने को मजबूर है इस सम्बन्ध मे जब जल संस्थान के अवर अभियन्ता से दूरभाष पर वार्ता हुई तो उनका कहना है कि सार्वजनिक प्याऊ पर्यटन विभाग का है और अन्य स्टैण्ड पोस्टो पर पानी उपलब्ध होते ही आपूर्ति सुचारू की जायेगी इस पर उनसे वैकल्पिक ब्यवस्था के बारे में पूछा गया तो उनका कहना है कि अभी हमारे पास कुछ वैकल्पिक ब्यवस्था नही है प्रयास जारी है जैसे ही बारीस होगी वैसे ही पेयजल आपूर्ति से जूझ रहे लोगों को राहत मिलेगी स्थानीय लोगों का कहना है कि सर्दियों के समय कुछ पाईप फट गयें थे जिनको लेकर कई बार जल संस्थान के कर्मचारियों से वार्ता की गई लेकिन विभाग के द्वारा उस पर अभी तक कोई दिलचस्पी नही दिखाई दी है जिससे लोगों व व्यसाइयों को भारी कठनाइयों का सामना करना पड़ रहा है

बात जो भी हो पेयजल आपूर्ति तो आखिरकार जल संस्थान को ही करना हैConclusion:सार्वजनिक प्याऊ को पर्यटन विभाग का प्याऊ बताकर जल संस्थान घुमा रहा टोपी

लोगों का जल संस्थान पर आरोप ठंड के सीजन से फटे पाइपों की मरम्मत नहीं करवा रहा जल संस्थान

अपनी ही सार्वजनिक स्टैंड पोस्टों पर पानी की किल्लत को लेकर जल संस्थान के अवर अभियंता का बयान
स्रोत में पानी की कमी के कारण नहीं हो पा रही पेयजल आपूर्ति बारिश होते ही लोगों को मिल सकती है राहत
Last Updated : May 20, 2019, 2:04 PM IST
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