टिहरी: जिले के विकासखंड जाखणीधार के ग्रामीणों ने बहुउद्देशीय साधन सहकारी समिति के तहत टिपरी में बनाए गए ग्रामीण बचत केंद्र पर लाखों रुपए का गबन करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि बचत केंद्र खाताधारकों को धनराशि नहीं लौटा रहा है. कई बार शिकायत करने पर भी समस्या जस की तस बनी है.
वहीं खाताधारकों के दबाव को देखते हुए अब ग्रामीण बचत केंद्र को टिपरी के बजाय नंद गांव से संचालित किया जा रहा है. ऐसे में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए खाताधारकों की धन राशि लौटाने की मांग की है.
ग्राम प्रधान विरेंद्र पवार ने बताया कि ग्रामीण बचत केंद्र टिपरी में गांव के बलवीर सिंह पवार के 18 लाख, दीवान सिंह के नौ लाख, सुरेंद्र सिंह के नौ लाख, विक्रम सिंह के चार लाख, मखरा देवी के 80 हजार, जूरी देवी के 70 हजार, विक्रम सिंह के 50 हजार, पूनम देवी और इंदिरा देवी के 20-20 हजार, एफडी और सेविंग खातों के माध्यम से ग्रामीण बचत केंद्र में जमा हैं. लेकिन जरूरत के समय ग्रामीण अपना ही पैसा नहीं निकाल पा रहे हैं. अब ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए ग्रामीण बचत केंद्र के अध्यक्ष और सचिव ने टिपरी ग्रामीण बचत केंद्र को बंद कर बीते 30 नवंबर 2019 को नंदगांव शिफ्ट कर दिया है.
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वहीं जिलाधिकारी डॉ. वी षणमुगम ने कहा कि प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.