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श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति ने दिवंगत कर्मी के पुत्र को घर जाकर सौंपा नियुक्ति पत्र - डा गिरीश चंद्र बैंजवाल का निधन

श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति डा पीपी ध्यानी ने मिसाल कायम की है. श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के एक कर्मचारी का सेवाकाल में ही निधन हो गया था. कुलपति डा पीपी ध्यानी ने दिवंगत कर्मचारी के घर जाकर उनके बेटे को श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय का नियुक्ति पत्र सौंपा.

Tehri News
टिहरी समाचार
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Published : Oct 3, 2022, 7:06 AM IST

Updated : Oct 3, 2022, 10:55 AM IST

टिहरी: श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति डा पीपी ध्यानी ने अभिनव बैंजवाल को उनके ऋषिकेश स्थित आवास पर स्वयं जाकर कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्य करने हेतु नियुक्ति पत्र प्रदान किया. इस पर उनकी मां व भाइयों द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गयी. विश्वविद्यालय का आभार भी व्यक्त किया गया.

बता दें कि अभिनव बैंजवाल के पिताजी डा गिरीश चन्द्र बैंजवाल विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में सह आचार्य, अर्थशास्त्र के पद पर कार्यरत थे. उनका दिनांक 27 मई, 2022 को आकस्मिक निधन हो गया था. उनके परिवार को आर्थिक सुरक्षा की गांरटी देना जरूरी था. डा गिरिश चन्द्र बैंजवाल की मृत्यु सेवाकाल में होने के कारण उत्तराखंड मृतक आश्रित भर्ती नियमावली 2019 में वर्णित सुसंगत प्रावधानों के अन्तर्गत उनके आश्रित पुत्र अभिनव बैंजवाल को विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में रिक्त कनिष्ठ सहायक के पद पर अनुकम्पा के आधार पर नियुक्ति दी है.
ये भी पढ़ें: अंकिता हत्याकांड: बदरीनाथ में निकाला गया कैंडल मार्च, दोषियों को फांसी दिये जाने की मांग

नियुक्ति देने हेतु कुलसचिव खेमराज भट्ट ने कुलपति से सिफारिश की थी. इस सिफारिश को कुलपति ने अपने अधिकार और शक्तियों के तहत अनुमोदित किया. कुलपति डा पीपी ध्यानी ने खुद अभिनव बैंजवाल को नियुक्ति पत्र उनके घर जाकर देने का निर्णय लिया. कुलपति डा ध्यानी की इस अनूठी पहल की परिसर में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने तारीफ की.

टिहरी: श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति डा पीपी ध्यानी ने अभिनव बैंजवाल को उनके ऋषिकेश स्थित आवास पर स्वयं जाकर कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्य करने हेतु नियुक्ति पत्र प्रदान किया. इस पर उनकी मां व भाइयों द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गयी. विश्वविद्यालय का आभार भी व्यक्त किया गया.

बता दें कि अभिनव बैंजवाल के पिताजी डा गिरीश चन्द्र बैंजवाल विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में सह आचार्य, अर्थशास्त्र के पद पर कार्यरत थे. उनका दिनांक 27 मई, 2022 को आकस्मिक निधन हो गया था. उनके परिवार को आर्थिक सुरक्षा की गांरटी देना जरूरी था. डा गिरिश चन्द्र बैंजवाल की मृत्यु सेवाकाल में होने के कारण उत्तराखंड मृतक आश्रित भर्ती नियमावली 2019 में वर्णित सुसंगत प्रावधानों के अन्तर्गत उनके आश्रित पुत्र अभिनव बैंजवाल को विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में रिक्त कनिष्ठ सहायक के पद पर अनुकम्पा के आधार पर नियुक्ति दी है.
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नियुक्ति देने हेतु कुलसचिव खेमराज भट्ट ने कुलपति से सिफारिश की थी. इस सिफारिश को कुलपति ने अपने अधिकार और शक्तियों के तहत अनुमोदित किया. कुलपति डा पीपी ध्यानी ने खुद अभिनव बैंजवाल को नियुक्ति पत्र उनके घर जाकर देने का निर्णय लिया. कुलपति डा ध्यानी की इस अनूठी पहल की परिसर में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने तारीफ की.

Last Updated : Oct 3, 2022, 10:55 AM IST
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