टिहरीः प्रसिद्ध टिहरी झील के ऊपर संचालित फ्लोटिंग हट्स सुर्खियों में है. इससे पहले फ्लोटिंग हट्स से सीवर झील में डालने का वीडियो सामने आया था. अब एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें कंपनी के अधिकारी नॉन टेक्निकल कर्मचारियों से फ्लोटिंग हट्स ठीक करवा रहे हैं, जो पर्यटकों की जान से खिलवाड़ माना जा रहा है. वहीं, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कंपनी और पर्यटन विभाग के बीच हुए एग्रीमेंट को निरस्त करने की मांग की है. साथ ही एग्रीमेंट निरस्त नहीं होने पर अनशन और तालाबंदी करने की चेतावनी दी है.
गौर हो कि बीते दिनों टिहरी झील के ऊपर संचालित फ्लोटिंग हट्स से मल-मूत्र और वेस्ट मटेरियल झील में डालने का एक वीडियो सामने आया था. वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था. मामले में टिहरी जिला प्रशासन ने फ्लोटिंग हट्स की जांच के लिए कमेटी बनाई. जिसके बाद टिहरी एसडीएम अपूर्वा सिंह, पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी, प्रदूषण नियंत्रण विभाग और श्रम विभाग के अधिकारियों ने फ्लोटिंग हट्स की जांच की. जांच में कई प्रकार की खामियां पाई गई थीं. जांच कमेटी ने खामियों को देखकर 7 अक्टूबर को किचन 3 दिन के लिए बंद कर दिया था, लेकिन अभी तक कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
सामाजिक कार्यकर्ता सागर भंडारी और वीडियो बनाने वाले व्यक्ति मनोज धनाई ने फ्लोटिंग हट्स का एक और कारनामा उजागर किया है. उन्होंने एक वीडियो सार्वजनिक किया है, जिसमें फ्लोटिंग हट मुड़ा हुआ नजर आ रहा है. इसके साथ ही हट का एंकर टूटा हुआ है. उस एंकर को ठीक करने के लिए ली रॉय ग्रुप कंपनी के अधिकारी नॉन टेक्निकल कर्मचारियों से ठीक करवा रहे हैं. जबकि, इस फ्लोटिंग हट्स के एंकर को ठीक करने के लिए टेक्निकल कर्मचारी की आवश्यकता होती है.
स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शासन प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर फ्लोटिंग हट्स (Tehri Floating Huts) को चलाने वाली कंपनी का एग्रीमेंट 3 दिन के अंदर खत्म नहीं किया गया तो वो होटल के बाहर अनशन पर बैठ जाएंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी.
गौर हो कि एशिया के सबसे बड़े टिहरी बांध की झील के ऊपर पर्यटन विभाग की ओर से 60 करोड़ की लागत से फ्लोटिंग हट्स आदि बनाए गए हैं. पर्यटन विभाग ने इन फ्लोटिंग हट्स को एक कंपनी को 30 साल के लिए लीज पर दिया है. फ्लोटिंग हट्स को चलाने का कार्य 4 साल पहले से शुरू कर दिया था. तब से लेकर आज तक यहां पर हजारों की तादाद में देशी विदेशी पर्यटक इस फ्लोटिंग हट्स पर रात को रुकने के लिए आते हैं, लेकिन मानकों की अनदेखी के चलते ये हट्स सुर्खियों में है.