टिहरी: मुख्यमंत्री बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी पहली बार टिहरी पहुंचे. सबसे पहले उन्होंने टिहरी झील का निरीक्षण किया आसपास हो रहे भूस्खलन का जायजा लिया. साथ ही टिहरी झील में बोटिंग का लुत्फ भी उठाया. इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि टिहरी झील से प्रभावित परिवारों के लिए विस्थापन की कार्रवाई की जा रही है. इसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जिला मुख्यालय में आयोजित समारोह में प्रतिभाग किया. इस अवसर पर उन्होंने ₹16431.72 लाख लागत की 49 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. इस दौरान सीएम धामी ने सेममुखेम नागराज मंदिर को छठवां धाम बनाने की घोषणा भी की.
मुख्यमंत्री बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी पहली बार टिहरी पहुंचे. सबसे पहले उन्होंने टिहरी झील का निरीक्षण किया आसपास हो रहे भूस्खलन का जायजा लिया. साथ ही टिहरी झील में बोटिंग का लुत्फ भी उठाया. इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि टिहरी झील से प्रभावित परिवारों के लिए विस्थापन की कार्रवाई की जा रही है. साथ ही टिहरी झील में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देकर राज्य सरकार स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार दिए जाने का काम भी करेगी.
इस मौके पर सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से खास लगाव है. इसलिए उनका सपना है कि टिहरी झील में सी प्लेन उतारा जाए. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है कि टिहरी झील और आसपास को क्षेत्र को विश्वस्तर पर पहचान दिलाई जाए. सीएम ने कहा कि उनकी सरकार विश्व स्तर के कंसल्टेंट लाकर टिहरी शहर को आधुनिक शहर बनाएंगे. विश्व प्रसिद्ध पर्यटन टिहरी में होगा.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संत समाज के सहयोग और सरकार के समन्वय से उत्तराखंड को विश्व की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विकसित करने का प्रयास है. इस विषय पर सरकार काम कर रही है. इसके साथ ही सरकार टिहरी झील और आसपास के पर्यटन को विश्व स्तर का पर्यटन क्षेत्र विकसित करने की दिशा में काम कर रही है. उन्होंने कहा कि टिहरी का पर्यटन विश्व प्रसिद्ध हो इसके लिए भारत सरकार की 1200 करोड़ रुपये का सहयोग भी मिल चुका है.
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उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के विकास के लिए हम आगामी 10 सालों को ध्यान में रखते हुए नई योजनाएं बना रहे हैं. आने वाले 10 वर्षों में हमारा उत्तराखंड हर क्षेत्र में नबंर वन उत्तराखंड होगा. सीएम ने उत्तराखंड में शिक्षा, चिकित्सा, उद्यान, पर्यटन, ऊर्जा और यहां की सड़कों की दिशा में बहुत तेजी से काम हुआ है.
सीएम धामी ने प्रधानमंत्री के मार्ग दर्शन में केदारपुरी में पुनर्निर्माण कार्यों को युद्धस्तर पर किया जा रहा है. उसके साथ ही बदरीनाथ धाम में के मास्टर प्लान के तहत जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार कोरोना काल में भी 80 करोड़ लोगों को 5 किलो प्रति यूनिट के हिसाब से गरीब लोगों को खाद्यान्न देने के काम किया है.
CM धामी ने ली समीक्षा बैठक: इसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने बैठक ली. मुख्यमंत्री ने बैठक में कोविड-19 टीकाकरण की स्थिति, खाद्य आपूर्ति विभाग से संबंधित योजनाओं, जल जीवन मिशन, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, सीएम हेल्प लाइन, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट इत्यादि की जानकारी ली.
बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत 407 लाभार्थियों का चयन किया गया है. मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट वितरण योजना के तहत अप्रैल से जून तक 740 किट प्राप्त हुई थी, जिसमें से 640 का वितरण किया जा चुका है, जबकि जुलाई एवं अगस्त हेतु डिमांड भेजी गयी है. वन भूमि हस्तांतरण के 201 प्रकरणों में से 107 पर सैद्धांतिक स्वीकृति मिलना बताया गया है, जबकि 57 स्वीकृति व 4 प्रकरण चीफ कंजरवेटर स्तर पर लंबित होना बताया गया है.
मुख्यमंत्री स्वरोजगार शिविरों का आयोजन अबतक तक 7 विकास खंडों में किया जा चुका है, जिसमें स्वरोजगार से संबंधित कुल 1800 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना व जनपद में खाद्य वितरण व राशन कार्डो की स्थिति की भी जानकारी संबंधित अधिकारियों द्वारा दी गई.
मुख्यमंत्री ने ग्रामीण सड़कों के अवरुद्ध होने पर प्रशासन द्वारा उनको खोले जाने की कार्रवाई की भी जानकारी ली. उन्होंने बैठक में जेसीबी ऑपरेटर को सीधे फोन कॉल कर उनकी लोकेशन के साथ-साथ अन्य जानकारी भी प्राप्त की.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नो पेंडेंसी पर कार्य कर रही है, जिसके तहत शासन से लेकर जिला प्रशासन स्तर पर किसी भी कार्यालय में कोई भी मामले लंबित रहने पाएं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए दूरस्थ गांव से अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए कार्यालयों में आने वाले आम जनमानस की समस्याओं का निस्तारण हो सके. इसके लिए सभी कार्यालयों में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 तक सभी अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सेवा का अवसर मिला है तो इसका शत प्रतिशत सदुपयोग होना चाहिए.
बैठक में विधायकों ने ऑल वेदर मोटर मार्ग पर गतिमान निर्माण कार्यो में तेजी लाने की आवश्यकता बताई, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में संबंधित उच्चाधिकारियों की एक बैठक देहरादून में शीघ्र ही आहूत की जाएगी.
बैठक में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, स्थानीय विधायक धन सिंह नेगी, धनौल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी, विधायक प्रतापनगर विजय सिंह पवार, जिला पंचायत अध्यक्षा सोना सजवाण, जिला अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी विनोद रतूड़ी, जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी नमामि बंसल, सीएमओ डॉ संजय जैन आदि उपस्थित रहे.