टिहरी: उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण यहां खेती करना बहुत मुश्किल है. यहां सीढ़ीनुमा खेतों में काश्तकार फसलें उगाते हैं लेकिन इन दिनों जनपद के चंबा ब्लॉक के किसान कुछ परेशान हैं. ऑल वेदर रोड के ठेकेदार सड़क की मिट्टी निकालकर डंपिंग जोन में डालने की बजाए सड़क के किनारे डाल रहे हैं. अब यह मलबा यहां के काश्तकारों की परेशानी का सबब बन गई है. बरसात शुरू होते ही मलबा खेतों में आने लगा है.
दरअसल, ऋषिकेश-गंगोत्री NH-94 चौड़ीकरण का काम चल रहा है. ऐसे में ठेकेदार सड़क की मिट्टी निकालकर डंपिंग जोन में डालने की बजाए सड़क किनारे डाल रहे हैं. बरसात होते ही यह मलबा जुगड़ गांव के किसानों के खेतों में पहुंच गया है, जिससे सैकड़ों हेक्टेयर खेती बर्बाद हो गई.
जुगड़गांव के किसानों का कहना है कि खेती ही उनकी कमाई का मुख्य जरिया है. जुगड़ गांव टिहरी जिले में खेती और पशुपालन के लिए प्रसिद्ध है. ऐसे में शासन प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया. जिस से जुड़े गांव के किसान परेशान हैं. किसानों का कहना है कि मलवा हर बरसात में आगे बढ़ता ही जा रहा है. इस मलबे के आने से खेती बंजर होती जा रही है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जबकि शासन-प्रशासन से कई बार मुआवजे की मांग भी कर चुके हैं.
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टिहरी जिलाधिकारी डॉ. वी षणमुगम ने बताया कि ऑल वेदर रोड कटिंग के दौरान जो भी खेतों में नुकसान हो रहा है, उसका मुआवजा संबंधित ठेकेदार से दिलाने का प्रावधान है. उन्होंने बताया कि उप जिलाधिकारी की एक टीम बनाकर गांव में भेजा जाएगा और आकलन करने के बाद ग्रामीणों के मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा.