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टिहरी में भिलंगना नदी पर बना पुल हुआ जर्जर, इसी ब्रिज से गुजरेगी चारधाम यात्रा - Dilapidated bridge on Bhilangana River

चारधाम यात्रा सिर पर है, लेकिन शासन प्रशासन की तैयारी अभी अधूरी ही नजर आ रही है. दरअसल, टिहरी के घनसाली में स्थित भिलंगना नदी पर बना पुल जर्जर हालत में है. जब पुल से वाहन गुजरते हैं तो पुल कंपन करने लगता है. लोनिवि ने एक साइन बोर्ड लगातर एक बार में एक ही वाहन गुजरने की अपील की है, लेकिन यहां पुल के ऊपर से कई वाहन गुजर रहे हैं, जो हादसों को दावत दे रहे हैं. चारधाम यात्रा भी इस पुल से गुजरनी है. जानिए पुल की स्थिति पर क्या बोले अधिकारी.

Bhilangana river Bridge
भिलंगना नदी पर बना पुल जर्जर
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Published : Mar 30, 2023, 1:32 PM IST

Updated : Mar 30, 2023, 3:46 PM IST

टिहरी में भिलंगना नदी पर बना पुल हुआ जर्जर.

टिहरीः विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2023 शुरू होने में अब चंद दिन बचे हुए हैं. ऐसे में सरकार चारधाम यात्रा मार्गों पर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटी हुई है. लेकिन चारधाम यात्रा के मुख्य पड़ाव घनसाली के भिलंगना नदी पर बने स्टील गाटर पुल की स्थिति जर्जर बनी हुई है. इस पुल के ऊपर से चारधाम यात्रा गुजरेगी, यह पुल दयनीय हालत में है, जिसकी कोई सुध नहीं ली जा रही है. यह पुल हादसे को भी दावत दे रहा है. ऐसे में यह जर्जर पुल चारधाम यात्रा की तमाम तैयारियों पर सवाल खड़े कर रहा है.

बता दें कि चारधाम यात्रा टिहरी जिले से भी गुजरती है. इसमें चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव घनसाली भी है. तीर्थ यात्री गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ की यात्रा घनसाली के इसी पुल से होकर करते हैं. लेकिन चारधाम यात्रा मार्ग को जोड़ने वाला एकमात्र स्टील गाटर पुल हादसे को न्योता देता नजर आ रहा है. इस पुल का निर्माण 70 के दशक में हुआ था. अभी यह पुल अपनी 50 साल की उम्र पूरी कर चुका है, ऐसे में पुल खुद स्थिति को बयां कर रहा है.

वहीं, पुल की स्थिति की बात करें तो हल्के दोपहिया वाहनों के गुजरने पर भी पुल पूरी तरह हिलने लगता है. ऐसे में पुल से गुजरते वक्त सिहरन सी पैदा हो जाती है. यात्रा काल में इस पुल से हजारों की संख्या में वाहन गुजरते हैं. जिसके चलते पुल पर अत्यधिक दवाब रहता है. लोक निर्माण विभाग ने पुल के पास एक साइन बोर्ड लगाया है, जिसमें साफतौर पर लिखा है कि पुल 16 टन से ज्यादा भार सहने में असमर्थ है. लिहाजा, भिलंगना नदी पर बने इस पुल पर एक समय में एक ही वाहन गुजर सकता है.
ये भी पढ़ेंः पहाड़ का युवा प्रह्लाद नेगी बना रहा हेलीकॉप्टर, बाइक इंजन से तैयार कर रहा सस्ता चॉपर

हादसे को दावत दे रहा पुल, लोगों ने की सुध लेने की मांगः स्थानीय लोगों का कहना है कि जर्जर पुल सरकार की यात्रा की तैयारियों की पोल खोलता नजर आ रहा है. पुल की स्थिति काफी खस्ताहाल है, जो किसी बड़े हादसे को दावत दे सकती है. लोगों का मानना है कि पुल की स्थिति को देखकर ऐसा नहीं लगता है कि अब यह पुल चारधाम यात्रा के ट्रैफिक को झेल पाएगा. उन्होंने शासन प्रशासन से पुल की सुध लेने की गुहार लगाई है. ताकि, भविष्य में कोई अनहोनी इस पुल की वजह से न हो.

क्या बोले अधिकारी? घनसाली उपजिलाधिकारी केएन गोस्वामी का कहना है कि उन्हें पुल की स्थिति के बारे में पता चला है. जिसके बाद उन्होंने खुद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से बात की है. उनका कहना है कि इस पुल पर विभाग की ओर से साइन बोर्ड लगाया गया है कि पुल पर एक समय में एक ही वाहन को पार किया जाएगा. फिलहाल, लोनिवि के अधिकारियों को फिर से पुल के निरीक्षण के आदेश जारी किए गए हैं.

टिहरी में भिलंगना नदी पर बना पुल हुआ जर्जर.

टिहरीः विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2023 शुरू होने में अब चंद दिन बचे हुए हैं. ऐसे में सरकार चारधाम यात्रा मार्गों पर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटी हुई है. लेकिन चारधाम यात्रा के मुख्य पड़ाव घनसाली के भिलंगना नदी पर बने स्टील गाटर पुल की स्थिति जर्जर बनी हुई है. इस पुल के ऊपर से चारधाम यात्रा गुजरेगी, यह पुल दयनीय हालत में है, जिसकी कोई सुध नहीं ली जा रही है. यह पुल हादसे को भी दावत दे रहा है. ऐसे में यह जर्जर पुल चारधाम यात्रा की तमाम तैयारियों पर सवाल खड़े कर रहा है.

बता दें कि चारधाम यात्रा टिहरी जिले से भी गुजरती है. इसमें चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव घनसाली भी है. तीर्थ यात्री गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ की यात्रा घनसाली के इसी पुल से होकर करते हैं. लेकिन चारधाम यात्रा मार्ग को जोड़ने वाला एकमात्र स्टील गाटर पुल हादसे को न्योता देता नजर आ रहा है. इस पुल का निर्माण 70 के दशक में हुआ था. अभी यह पुल अपनी 50 साल की उम्र पूरी कर चुका है, ऐसे में पुल खुद स्थिति को बयां कर रहा है.

वहीं, पुल की स्थिति की बात करें तो हल्के दोपहिया वाहनों के गुजरने पर भी पुल पूरी तरह हिलने लगता है. ऐसे में पुल से गुजरते वक्त सिहरन सी पैदा हो जाती है. यात्रा काल में इस पुल से हजारों की संख्या में वाहन गुजरते हैं. जिसके चलते पुल पर अत्यधिक दवाब रहता है. लोक निर्माण विभाग ने पुल के पास एक साइन बोर्ड लगाया है, जिसमें साफतौर पर लिखा है कि पुल 16 टन से ज्यादा भार सहने में असमर्थ है. लिहाजा, भिलंगना नदी पर बने इस पुल पर एक समय में एक ही वाहन गुजर सकता है.
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हादसे को दावत दे रहा पुल, लोगों ने की सुध लेने की मांगः स्थानीय लोगों का कहना है कि जर्जर पुल सरकार की यात्रा की तैयारियों की पोल खोलता नजर आ रहा है. पुल की स्थिति काफी खस्ताहाल है, जो किसी बड़े हादसे को दावत दे सकती है. लोगों का मानना है कि पुल की स्थिति को देखकर ऐसा नहीं लगता है कि अब यह पुल चारधाम यात्रा के ट्रैफिक को झेल पाएगा. उन्होंने शासन प्रशासन से पुल की सुध लेने की गुहार लगाई है. ताकि, भविष्य में कोई अनहोनी इस पुल की वजह से न हो.

क्या बोले अधिकारी? घनसाली उपजिलाधिकारी केएन गोस्वामी का कहना है कि उन्हें पुल की स्थिति के बारे में पता चला है. जिसके बाद उन्होंने खुद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से बात की है. उनका कहना है कि इस पुल पर विभाग की ओर से साइन बोर्ड लगाया गया है कि पुल पर एक समय में एक ही वाहन को पार किया जाएगा. फिलहाल, लोनिवि के अधिकारियों को फिर से पुल के निरीक्षण के आदेश जारी किए गए हैं.

Last Updated : Mar 30, 2023, 3:46 PM IST
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