धनौल्टीः टिहरी के थौलधार में जल संस्थान की लापरवाही के चलते लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. आलम तो ये है कि विभागीय कर्मचारी पेयजल टैंकों की साफ-सफाई से लेकर रख-रखाव तक नहीं कर रहे हैं. मैंडखाल के भंडार्की गांव में उस समय हड़कंप मच गया, जब पाइप लाइन से एक मरा हुआ सांप निकला. इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. घटना के बाद लोगों में जल संस्थान के खिलाफ भारी आक्रोश है.
दरअसल, टिहरी के मैंडखाल के भंडार्की गांव में पानी की सप्लाई बंद हो गई थी. जिसके बाद ग्रामीण खुद ही पाइप लाइन की मरम्मत करने गए. ग्रामीण लाइन को ठीक कर ही रहे थे कि तभी पाइप के भीतर से मरा हुआ सांप निकला. जिसे देख ग्रामीणों के होश फाख्ता हो गए. ग्रामीणों ने सांप का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. वीडियो वायरल होने के बाद इलाके में जल संस्थान के खिलाफ भारी आक्रोश का माहौल है.
ये भी पढ़ेंः सुरक्षित पेयजल तक पहुंच, डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ की रिपोर्ट
उधर, मामले में जल संस्थान के जेई राजवीर महर का कहना है कि पानी के नल में सांप मिलने की सूचना मिली है. टैंक में फिल्टर न होने से सांप पाइप लाइन में घुस गया, जिससे लाइन चोक हो गई. जब ग्रामीणों की ओर से लाइन को खोला गया तो उसमें मरा हुआ सांप निकला. सांप मिलने की सूचना के बाद फिटर को गांव में भेजकर टैंक में दवाई डाल दी गई है. जल्द ही फिल्टर भी लगाया जाएगा.
ग्रामीणों का आरोप है कि थौलधार में जल संस्थान का एक कार्यालय बिना विभागीय कर्मचारियों के चल रहा है. जिसमें न तो बाबू है न ही जेई. ऐसे में फील्ड में कर्मचारियों का तैनात नहीं होना गंभीर विषय है. ऐसे में न तो टैंकों की सफाई हो रही है, न ही उनका रख-रखाव हो पा रहा है. जिसके कारण लोग प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हैं.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी: पेयजल आपूर्ति न होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने कर्मचारियों को बनाया बंधक
ग्रामीणों का कहना है कि मामले की शिकायत वो कई बार उच्चाधिकारियों से कर चुके हैं, लेकिन अधिकारियों की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जबकि, इन दिनों हर घर जल, हर घर नल का कार्य भी प्रगति पर है, लेकिन कौन इसका निरीक्षण कर रहा है? कैसे लाइन बिछाई जा रही है? ये देखने वाला कोई नहीं है. उनका कहना है कि कई गांवों में पानी पर्याप्त होने के बावजूद विभाग के लीक सिस्टम के कारण लोगों को पेयजल की किल्लत से जूझना पड़ रहा है.