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मिनी बैंक में 70 लाख का घोटाला, ग्राहकों ने कर्मचारियों को बनाया बंधक

टिहरी के मिनी बैंक गोदाधार से लाखों के गबन का मामला सामने आया था. जिसके बाद बैंक उच्चाधिकारी ने ग्राहकों को दिसंबर तक उनका पैसा लौटाने का आश्वासन दिया था. अब पैसा नहीं मिलने पर ग्राहक गुस्से में हैं.

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मिनी बैंक में लाखों का घोटाला.
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Published : Jan 15, 2020, 5:55 PM IST

टिहरी: घनसाली विधानसभा में साधन सह समिति मैगाधार की उपशाखा गोदाधार अखोड़ी के मिनी बैंक में लाखों के घोटाले का मामला सामने आया था. जिसके बाद बैंक उच्चाधिकारी ने ग्राहकों को उनका पैसा दिसंबर तक लौटाने का आश्वासन दिया था, लेकिन ग्राहकों को अभी तक उनका पैसा नहीं मिला है. जिसे लेकर उनमें काफी रोष है. ऐसे में बुधवार को ग्राहकों ने दो बैंक कर्मचारियों को बैंक के अंदर बंधक बना लिया. उनका आरोप है कि बैंक कर्मचारियों ने 70 लाख से अधिक की जमा धनराशि को हड़प कर भारी घोटाला किया है.

बता दें कि, मिनी बैंक गोदाधार करीब 20 साल से संचालित है. यहां स्थानीय लोगों के सेविंग, एफडी, पेंशन और रोजगार गारंटी के करीब 70 लाख की धनराशि जमा है. पिछले एक साल से ग्राहक अपना पैसा निकालने के लिए बैंक के चक्कर काट रहे थे, लेकिन बैंक कर्मी उनका पैसा नहीं लौटा रहे थे. ग्राहकों की शिकायत के बाद मामले की जांच की गई. जिसमें पाया गया कि एक कर्मचारी ने बैंक से पैसे का गबन किया है. जिसकी 8 माह पूर्व मौत हो गई थी.

पढ़ें- BJP विधायक ने कहा- 'मंत्री नहीं अध्यक्ष के लायक हूं मैं'

बैंक उच्चाधिकारी ने मामले की जांच के बाद ग्राहकों को दिसंबर तक उनका पैसा लौटाने का आश्वासन दिया था. लेकिन जब जनवरी में भी लोगों का जमा पैसा उन्हें लौटाया नहीं गया तो मंगलवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने बैंक में तालाबंदी कर दो कर्मचारियों अनूप सरीरा और विक्रम भंडारी को बंधक बना लिया. ग्राहकों की मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द उनका पैसा वापस किया जाए. वहीं, समिति के सचिव मनोहरी लाल डंगवाल का कहना है कि गबन करने वाले कर्मचारी की मौत हो चुकी है. मामले को लेकर जांच समिति बैठाई गई है.

टिहरी: घनसाली विधानसभा में साधन सह समिति मैगाधार की उपशाखा गोदाधार अखोड़ी के मिनी बैंक में लाखों के घोटाले का मामला सामने आया था. जिसके बाद बैंक उच्चाधिकारी ने ग्राहकों को उनका पैसा दिसंबर तक लौटाने का आश्वासन दिया था, लेकिन ग्राहकों को अभी तक उनका पैसा नहीं मिला है. जिसे लेकर उनमें काफी रोष है. ऐसे में बुधवार को ग्राहकों ने दो बैंक कर्मचारियों को बैंक के अंदर बंधक बना लिया. उनका आरोप है कि बैंक कर्मचारियों ने 70 लाख से अधिक की जमा धनराशि को हड़प कर भारी घोटाला किया है.

बता दें कि, मिनी बैंक गोदाधार करीब 20 साल से संचालित है. यहां स्थानीय लोगों के सेविंग, एफडी, पेंशन और रोजगार गारंटी के करीब 70 लाख की धनराशि जमा है. पिछले एक साल से ग्राहक अपना पैसा निकालने के लिए बैंक के चक्कर काट रहे थे, लेकिन बैंक कर्मी उनका पैसा नहीं लौटा रहे थे. ग्राहकों की शिकायत के बाद मामले की जांच की गई. जिसमें पाया गया कि एक कर्मचारी ने बैंक से पैसे का गबन किया है. जिसकी 8 माह पूर्व मौत हो गई थी.

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बैंक उच्चाधिकारी ने मामले की जांच के बाद ग्राहकों को दिसंबर तक उनका पैसा लौटाने का आश्वासन दिया था. लेकिन जब जनवरी में भी लोगों का जमा पैसा उन्हें लौटाया नहीं गया तो मंगलवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने बैंक में तालाबंदी कर दो कर्मचारियों अनूप सरीरा और विक्रम भंडारी को बंधक बना लिया. ग्राहकों की मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द उनका पैसा वापस किया जाए. वहीं, समिति के सचिव मनोहरी लाल डंगवाल का कहना है कि गबन करने वाले कर्मचारी की मौत हो चुकी है. मामले को लेकर जांच समिति बैठाई गई है.

Intro:टिहरी घनसाली
मिनी बैंक में लाखों के घोटाले के आरोप में ग्राहकों ने बैंक में तालाबंदी कर कर्मचारियों को बंधक बनायाBody:टिहरी जिले के घनसाली विधानसभा में साधन सह समिति मैगाधार की उपशाखा गोदाधार अखोड़ी के मिनी बैंक में लाखों के घोटाले के आरोप में ग्राहकों ने बैंक में दो कर्मचारियों को बैंक के अंदर ही तालाबंदी करके कर्मचारियों को बंधक बनाया।
लोगों का कहना है कि बैंक कर्मचारियों ने उनकी करीब 70 लाख से अधिक की जमा धनराशि को हड़प कर भारी घोटाला किया गया है। जिससे उनका पैसा नहीं लौटाया जा रहा है। मिनी बैंक गोदाधार करीब 20 वर्षों से संचालित है। जहां पर स्थानीय लोगों के सेविंग, एफडी, पेंशन व रोजगार गारंटी के करीब 70 लाख की धनराशि जमा थी। विगत एक वर्ष से ग्राहक अपना पैसा निकालने बैंक के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन बैंक कर्मी उनका पैसा नहीं लौटा रहे हैं। विभाग ने जांच की तो पाया कि पूर्व में कार्यरत एक कर्मचारी, जिसकी 8 माह पूर्व मौत हो गई, ने गबन किया गया है।
बैंक उच्चाधिकारियों ने लोगों को नवंबर-दिसंबर तक उनका पैसा लौटने का आश्वासन दिया था। लेकिन जब जनवरी में भी लोगों का जमा धन उन्हें लौटाया नहीं तो मंगलवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने बैंक में तालाबंदी कर दो कर्मचारियों अनूप सरीरा व विक्रम भंडारी को बंधक बना लिया।
Conclusion: समिति के सचिव मनोहरी लाल डंगवाल का कहना है कि गबन करने वाले कर्मचारी की मौत हो चुकी है। जिसके लिए जांच समिति बैठाई गई है। जांच समिति के जो लोग बैंक गये थे, उन्हें बंधक बना लिया गया है।
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