टिहरीः मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आज टिहरी दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने ख्यार्सी गांव में एग्री बिजनेस ग्रोथ सेंटर के नवनिर्मित भवन 'ग्राम्यनिधि' का लोकार्पण किया. सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि प्रत्येक न्याय पंचायत में ग्रोथ सेंटर बनाए जाएंगे. ग्रोथ सेंटर ग्रामीण विकास के केंद्र बनेंगे. ऐसे में किसानों के उत्पादों की स्थानीय स्तर पर बिक्री हो सकेगी.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि ग्रोथ सेंटर एक नई परिकल्पना है. इस तरह के सेंटर राज्य की सभी न्याय पंचायतों में खोले जाएंगे. अभी तक 96 ग्रोथ सेंटर स्वीकृत किए जा चुके है. इनसे भविष्य की टाउनशिप विकसित होगी. स्थानीय संसाधनों के अनुरूप ग्रोथ सेंटर बनाए जा रहे हैं. इससे स्थानीय किसान अपने उत्पाद यहां बेच सकेंगे.
किसानों के उत्पादों की स्थानीय स्तर पर होगी बिक्री
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार की कोशिश है कि किसानों के उत्पादों की बिक्री उनके घर के पास ही हो. ग्रोथ सेंटर बनने से आढ़ती और व्यापारी उत्पाद खरीदने गांव में आ सकेंगे. इससे किसानों को अच्छी कीमत भी मिल सकेगी. पहले किसान मंडी में ही अपने उत्पाद बेच सकता था, लेकिन अब किसान अपने उत्पाद कहीं भी बेच सकता है.
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मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में 25% तक सब्सिडी
सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में निशुल्क राशन की व्यवस्था की गई है. पीएम मोदी ने 20 लाख करोड़ का आत्मनिर्भर पैकेज भी दिया है. प्रदेश में बड़ी संख्या में प्रवासी लौटकर आए हैं. ऐसे में स्वरोजगार पर जोर देना होगा. इसके लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की गई है. इसके तहत करीब 150 प्रकार के काम लिए गए हैं. जिसमें 10 से लेकर 25 प्रतिशत तक सब्सिडी की व्यवस्था की गई है.
10 हजार छोटे सोलर पावर प्रोजेक्ट से युवाओं को मिलेगी आजीविका
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में पर्यटन के अंतर्गत बाइक टैक्सी योजना भी संचालित की जा रही है. जिसके तहत 10 हजार बाइक दिया जाएगा. इसमें दो साल का ब्याज राज्य सरकार देगी. जल्द ही 25-25 किलोवाट के 10 हजार छोटे सोलर पावर प्रोजेक्ट की योजना मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत लाए जाएंगे.
बिना ब्याज के 3 लाख रुपये तक ऋण
सहकारिता के माध्यम से किसानों को बिना ब्याज के एक लाख रुपये तक का ऋण दिया जा रहा है. अब इसकी सीमा 3 लाख रुपए कर दी गई है. ऐसे में अब किसान बिना ब्याज के 3 लाख रुपये तक का ऋण ले सकते हैं.
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फल उत्पादन और मौन पालन में कई अवसर
सीएम ने कहा कि खेती में भी नए तरीकों को भी अपनाना होगा. अच्छा मूल्य देने वाले उत्पाद पैदा करने होंगे. सेब, किवी, आडू आदि फलों की नई व उच्च गुणवत्ता की किस्में अपनानी होगी. यहां की भौगोलिक स्थिति और मौसम के अनुरूप फलों की खेती पर ध्यान देना होगा. मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन आदि क्षेत्र में काफी कुछ किया जा सकता है.
ख्यार्सी एग्री बिजनेस ग्रोथ सेंटर से लाभांवित हो रहे किसान
एग्री बिजनेस ग्रोथ सेंटर, ख्यार्सी का निर्माण जलागम प्रबंध निदेशालय की ओर से किया गया है. इस सेंटर की ओर से स्थानीय स्तर पर किसानों को स्थानीय उत्पादों के प्रसंस्करण, कृषि निवेशों की उपलब्धता और कृषि यंत्रों की सुविधा प्रदान की जा रही है. यहां दालें, अनाज, मसाले, तेल, अचार, जैम, चटनी, स्क्वैश, सुगंधित मोमबत्ती आदि के विपणन का कार्य किया जा रहा है.
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ग्रोथ सेंटर की विभिन्न गतिविधियों दर्जनों गांवों के ग्रामीण लाभांवित हो रहे हैं. ग्रोथ सेंटर से स्थानीय उत्पादों के क्रय से 36 ग्रामों के 707 किसान लाभांवित हुए हैं. नई गतिविधि के रूप में स्थानीय उपलब्ध उत्पादों से बेकरी उत्पादों का निर्माण प्रारंभ किया जा रहा है.
उधर, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने थत्यूड़ से ख्यार्सी के बीच परोड़ी, बंगार, टिकरी, ललोटना व क्यारी के ग्रामीणों से भी संवाद किया. साथ ही उनकी समस्याएं सुनी. वहीं, उन्होंने क्षेत्र के लिए 10 घोषणाएं भी की.