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विदेशों में फंसे इन अधिकारियों के बच्चे, चिंता के बीच ड्यूटी कर निभा रहे अपना फर्ज - टिहरी प्रशासन

कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन के कारण टिहरी जिले के तीन जिम्मेदार अधिकारियों के बच्चे विदेश में ही फंसे हैं. ये अधिकारी जिले की जनता के साथ-साथ अपने बच्चों को भी लॉकडाउन का पालन करने का संदेश दे रहे हैं.

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लॉकडाउन के कारण विदेश में फंसें इन अधिकारियों के बच्चे.
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Published : Apr 13, 2020, 5:46 PM IST

टिहरी: कोरोना वायरस को हराने के लिए आज पूरा विश्व एक बड़ी लड़ाई लड़ रहा है. लॉकडाउन के बीच सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द हो जाने के कारण टिहरी के कुछ अधिकारियों के बच्चे भी विदेशों में फंस गये हैं. इसके बावजूद भी ये अधिकारी अपनी निजी जिंदगी को अलग कर अपना फर्ज बखूबी अदा कर रहे हैं.

कोरोना महामारी के बीच टिहरी जिले में पुलिस, स्वास्थ्य और सफाई कर्मियों के अलावा हजारों कर्मचारी अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी ने निभा रहे हैं. वहीं, टिहरी के कुछ अधिकारियों के बच्चे इन दिनों विदेश में भी फंसे हुए हैं. ये अधिकारी जिले में अपनी सेवाएं देने के साथ-साथ विदेश में मौजूद अपने बच्चों को भी लॉकडाउन का पालन करने का संदेश दे रहे हैं.

लॉकडाउन के कारण विदेश में फंसें इन अधिकारियों के बच्चे.

पढ़ें: कोरोना को हराने के लिए बच्चों का हौसला काबिले तारीफ, गुल्लक तोड़कर दान की जमा धनराशि

टिहरी एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत का बेटा ऋत्विक रावत न्यूयार्क की स्टोनी ब्रुक कैंपस में मास्टर इन कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहा है. इस समय न्यूयार्क में कोरोना संक्रमण बेहद खतरनाक रूप ले चुका है. अपने बेटे की चिंता के बावजूद भी एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत जिले में लॉकडाउन का पालन और अन्य जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं.

टिहरी की सीएमओ डा. मीनू रावत का बेटा कनिष्क रावत भी फिलीपींस के डोगोपाल सिटी में नार्थ वेस्ट यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. टिहरी सीएमओ डा. मीनू रावत और उनके पति उत्तरकाशी एसीएमओ डा. सीएस रावत हर दिन फोन पर अपने बेटे से बात करते हैं. सीएमओ डा. मीनू रावत कोरोना वायरस को लेकर चले रहे आपॅरेशन में अहम भूमिका निभा रही हैं.

वहीं, जिला उद्यान अधिकारी डा. डीके तिवारी की बेटी शिवानी तिवारी भी फिलीपींस के मनीला में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं. डा. तिवारी बताते हैं कि हर दिन वह फोन पर बेटी को सुरक्षित घर में ही रहने के लिए कहते हैं. साथ ही अपनी ड्यूटी भी बखूबी निभा रहे हैं.

टिहरी: कोरोना वायरस को हराने के लिए आज पूरा विश्व एक बड़ी लड़ाई लड़ रहा है. लॉकडाउन के बीच सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द हो जाने के कारण टिहरी के कुछ अधिकारियों के बच्चे भी विदेशों में फंस गये हैं. इसके बावजूद भी ये अधिकारी अपनी निजी जिंदगी को अलग कर अपना फर्ज बखूबी अदा कर रहे हैं.

कोरोना महामारी के बीच टिहरी जिले में पुलिस, स्वास्थ्य और सफाई कर्मियों के अलावा हजारों कर्मचारी अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी ने निभा रहे हैं. वहीं, टिहरी के कुछ अधिकारियों के बच्चे इन दिनों विदेश में भी फंसे हुए हैं. ये अधिकारी जिले में अपनी सेवाएं देने के साथ-साथ विदेश में मौजूद अपने बच्चों को भी लॉकडाउन का पालन करने का संदेश दे रहे हैं.

लॉकडाउन के कारण विदेश में फंसें इन अधिकारियों के बच्चे.

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टिहरी एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत का बेटा ऋत्विक रावत न्यूयार्क की स्टोनी ब्रुक कैंपस में मास्टर इन कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहा है. इस समय न्यूयार्क में कोरोना संक्रमण बेहद खतरनाक रूप ले चुका है. अपने बेटे की चिंता के बावजूद भी एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत जिले में लॉकडाउन का पालन और अन्य जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं.

टिहरी की सीएमओ डा. मीनू रावत का बेटा कनिष्क रावत भी फिलीपींस के डोगोपाल सिटी में नार्थ वेस्ट यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. टिहरी सीएमओ डा. मीनू रावत और उनके पति उत्तरकाशी एसीएमओ डा. सीएस रावत हर दिन फोन पर अपने बेटे से बात करते हैं. सीएमओ डा. मीनू रावत कोरोना वायरस को लेकर चले रहे आपॅरेशन में अहम भूमिका निभा रही हैं.

वहीं, जिला उद्यान अधिकारी डा. डीके तिवारी की बेटी शिवानी तिवारी भी फिलीपींस के मनीला में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं. डा. तिवारी बताते हैं कि हर दिन वह फोन पर बेटी को सुरक्षित घर में ही रहने के लिए कहते हैं. साथ ही अपनी ड्यूटी भी बखूबी निभा रहे हैं.

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