टिहरी: ग्राम प्रहरी सुसाइड मामले में 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. इनमें से छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है.
ग्राम प्रहरी आत्महत्या मामले में 14 लोगों पर मुकदमा दर्ज: टिहरी जिले के प्रतापनगर ब्लॉक के गढ़ सिनवाल गांव में ग्राम प्रहरी के आत्महत्या करने के मामले में 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मायाराम सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. तहरीर के आधार पर एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. इस केस में लापरवाही बरतने पर एक पुलिस उप निरीक्षक को निलंबित किया गया है. इस घटना के बाद गांव में तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए वहां पुलिस तैनात की गई है.
हरिभजन ने सुसाइड नोट में ये लिखा था: गढ़ सिनवाल गांव निवासी ग्राम प्रहरी हरिभजन लाल ने गांव के मायाराम और उसके परिवार पर उत्पीड़न कर धमकी देने का आरोप लगाते हुए शनिवार सुबह यहां पुुलिस थाने के पास विषाक्त पदार्थ पी लिया था. हरिभजन की मौत हो गई थी. उसकी जेब में मिले सुसाइड नोट में उसने गांव के मायाराम और उसकी पत्नी दुलारी देवी सहित 13 लोगों पर उत्पीड़न करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था. हरिभजन ने पुलिस पर भी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था.
13 लोगों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था: थानाध्यक्ष महिपाल सिंह रावत ने बताया कि हरिभजन के सुसाइड नोट में पति-पत्नी सहित 13 लोगों पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है. इस आधार पर आरोपी मायाराम पुत्र चैतराम, दुलारी देवी पत्नी मायाराम, नवनीत पुत्र मायाराम, उत्तम लाल पुत्र चैतराम, विक्रम लाल पुत्र चैतराम और प्रह्लाद पुत्र भागीरथ लाल को गिरफ्तार कर अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. हरिभजन के भाई की तहरीर पर धनीराम पुत्र टीकाराम को भी गिरफ्तार किया गया है. सुसाइड नोट में नामजद बुद्धि लाल, जयवीर लाल, अजयवीर, मनोज, सोहन लाल, वासु और सिक्की लाल को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
लापरवाही बरतने पर एसआई निलंबित: गढ़ सिनवाल गांव में ग्राम प्रहरी के आत्महत्या करने के मामले में पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है. ग्राम प्रहरी हरिभजन के भाई रमेश लाल ने बताया कि मायाराम की लड़की के चंडीगढ़ से 21 मई को लापता होने के बाद से वह और उसके परिवार के लोग हरिभजन के साथ गाली-गलौज कर उसके परिवार सहित जान से मारने की धमकी दे रहे थे. इससे परेशान ग्राम प्रहरी ने 25 मई को पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी.
ये थी आत्महत्या की पूरी घटना: बताया गया कि 26 मई को पुलिस उप निरीक्षक अनिल भट्ट मयफोर्स गांव पहुंचे. इस दौरान पुलिस की मौजूदगी में भी आरोपी ग्राम प्रहरी को धमकी दे रहे थे. बावजूद दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से भयभीत हरिभजन 27 मई को सुबह थाने पहुंचा और अपनी आपबीती सुनाने के बाद वहीं एक घर के पास उसने आत्महत्या कर ली. इस मामले में लापरवाही बरतने पर एसआई को निलंबित किया गया है. हरिभजन के भाई ने 33 लोगों के खिलाफ तहरीर देकर उन्हें शीघ्र गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
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6 लोगों को भेजा जेल: सुसाइड नोट और तहरीर के आधार पर 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. उनमें से मुख्य आरोपी मायाराम और उसकी पत्नी सहित 6 लोगों को जेल भेज दिया है. तहरीर के आधार पर एक और गिरफ्तारी की गई है. इस मामले में लापरवाही बरतने पर एसआई अनिल भट्ट को निलंबित किया गया है. घटना की विस्तृत जांच की जा रही है. सुरक्षा को देखते हुए गांव में पुलिस तैनात की गई है.