टिहरीः बैशाख लगते ही सगाई, शादी-विवाह, मुंडन की शुभ बेलाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन इस बार वैश्विक महामारी कोरोना का असर देखने को मिल रहा है. जिसक चलते अधिकांश शादियां स्थगित हो गई है. जबकि, हर साल बैशाखी पर हजारों शादियां होती हैं, लेकिन इस बार गिनती की ही शादियां संपन्न हुई. ऐसी ही शादी जाखणीधार के मिंग्वाली गांव में हुई. जहां पर दूल्हा और दुल्हन ने मास्क लगाकर शादी रचाई. जिसमें महज 8 लोग शादी समारोह के साक्षी बने.
दरअसल, जाखणीधार तहसील के मिंग्वाली गांव की आस्था और पंचूर निवासी सानी (बुद्धि बल्लभ) की शादी समारोह में संपन्न हुई. जिसमें वर पक्ष की ओर से दूल्हा सानी, चाचा महादेव तिवारी, भाई रंजनीकांत, जगदंबा प्रसाद और वेद प्रकाश सोशल डिस्टेंस के साथ दो टैक्सियों में वन-डे की बारात लेकर मिंग्वाली गांव पहुंचे. वहीं, दूसरी ओर वधु पक्ष की ओर से दुल्हन आस्था, पिता महावीर भट्ट, माता बसंती देवी, रिश्तेदार गिरीश अमोला और राकेश थपलियाल ने स्वागत किया.
इस शादी में मात्र दस लोग ही शरीक हुए. शादी जैसा उत्सव महज दस लोगों ने ही पूरा किया. बारात सुबह 10 बजे गांव पहुंची. सात फेरे लेने के बाद दोपहर 2 बजे दूल्हा सानी दुल्हन आस्था को लेकर अपने गांव पंचूर पहुंचा. पंचूर गांव में भी कोई खास रौनक नहीं दिखी. सानी का जामणीखाल और अंजनीसैण में बेकरी का व्यवसाय है. जिसने 10-12 साल दुबई में रहने के बाद उसने अपने ही क्षेत्र में व्यवसाय शुरू किया.
दूल्हा सानी ने बताया कि कोराना संक्रमण न होता तो विवाह को धूमधाम से करता, लेकिन पहले जान है फिर जहान है. ऐसे में शासन-प्रशासन की ओर से जारी नियमों के अनुसार ही शादी संपन्न कराई है. इकना ही नहीं इस शादी में ढोल-दमाऊ, बैंड-बाजा, डीजे की गूंज भी नहीं सुनाई दी. महज आठ लोग ही साक्षी बन पाए.