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ऑल वेदर रोड के मलबे से फसल हुई बर्बाद, किसानों ने की मुआवजे की मांग

ऑल वेदर रोड निर्माण का मलबा लोगों के खेतों तक पहुंच गया है. जिससे किसानों की फसल बर्बाद हो गई है, किसानों ने शासन-प्रशासन से मुआवजे की मांग की है.

डंपिंग जोन के मलबे से फसलें बर्बाद
डंपिंग जोन के मलबे से फसलें बर्बाद
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Published : Apr 28, 2021, 11:17 AM IST

टिहरी: ऋषिकेश-चंबा-गंगोत्री हाईवे पर ऑल वेदर रोड निर्माण का मलबा चंबा ब्लाॅक के कई गांवों के खेतों में घुसने से फसल तबाह हो गई हैं. जिस कारण काश्तकारों के सामने संकट उत्पन्न हो गया है.

किसानों का कहना है कि भले ही यात्रियों के लिए ऑल वेदर परियोजना जरूरी है, लेकिन स्थानीय काश्तकारों के लिए यह नुकसानदायक साबित हो रही है. भारी बारिश के कारण ऑलवेदर रोड निर्माण के दौरान बनाये गए डंपिंग जोन का मलबा बहकर चंबा ब्लाॅक के हड़म, दिखोलगांव, कोट आदि गांवों के के खेतों में फैल गया है. जिस कारण फसल बर्बाद हो गई हैं.

डंपिंग जोन के मलबे से फसलें बर्बाद
डंपिंग जोन के मलबे से फसल बर्बाद

ये भी पढ़ें: कोरोना इफेक्ट: मंडी में ही सब्जियां फेंकने को मजबूर अन्नदाता, नहीं मिल रहे दाम

जिला पंचायत सदस्य यलमा सजवाण ने डीएम से बीआरओ द्वारा तत्काल खेतों से मलबा हटाने और काश्तकारों को मुआवजा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि पूर्व में भी प्रशासन को इस संबंध में अवगत कराया गया था. निर्माण के दौरान कंपनियों ने डंपिंग जोन बनाने में भारी अनियमितताएं बरती हैं. जिसका खामियाजा ग्रामीण भुगत रहे हैं.

निर्माण कंपनी की लापरवाही का परिणाम है कि बारिश से डंपिंग जोन का मलबा खेतों तक पहुंच गया है और फसल बर्बाद हो गई. उन्होंने मुआवजा देने और खेतों से मलबा हटाने की मांग की. काश्तकारों का कहना है कि पहले ही उन पर पर कोरोना की मार पड़ी है. अब खेती भी बर्बाद हो जाएगी तो किसानों के सामने रोजी-रोटी का भी संकट खड़ा हो जाएगा.

टिहरी: ऋषिकेश-चंबा-गंगोत्री हाईवे पर ऑल वेदर रोड निर्माण का मलबा चंबा ब्लाॅक के कई गांवों के खेतों में घुसने से फसल तबाह हो गई हैं. जिस कारण काश्तकारों के सामने संकट उत्पन्न हो गया है.

किसानों का कहना है कि भले ही यात्रियों के लिए ऑल वेदर परियोजना जरूरी है, लेकिन स्थानीय काश्तकारों के लिए यह नुकसानदायक साबित हो रही है. भारी बारिश के कारण ऑलवेदर रोड निर्माण के दौरान बनाये गए डंपिंग जोन का मलबा बहकर चंबा ब्लाॅक के हड़म, दिखोलगांव, कोट आदि गांवों के के खेतों में फैल गया है. जिस कारण फसल बर्बाद हो गई हैं.

डंपिंग जोन के मलबे से फसलें बर्बाद
डंपिंग जोन के मलबे से फसल बर्बाद

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जिला पंचायत सदस्य यलमा सजवाण ने डीएम से बीआरओ द्वारा तत्काल खेतों से मलबा हटाने और काश्तकारों को मुआवजा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि पूर्व में भी प्रशासन को इस संबंध में अवगत कराया गया था. निर्माण के दौरान कंपनियों ने डंपिंग जोन बनाने में भारी अनियमितताएं बरती हैं. जिसका खामियाजा ग्रामीण भुगत रहे हैं.

निर्माण कंपनी की लापरवाही का परिणाम है कि बारिश से डंपिंग जोन का मलबा खेतों तक पहुंच गया है और फसल बर्बाद हो गई. उन्होंने मुआवजा देने और खेतों से मलबा हटाने की मांग की. काश्तकारों का कहना है कि पहले ही उन पर पर कोरोना की मार पड़ी है. अब खेती भी बर्बाद हो जाएगी तो किसानों के सामने रोजी-रोटी का भी संकट खड़ा हो जाएगा.

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