ETV Bharat / state

टिहरी में सेब की पैदावार करने वाले 20 बागवानों को गणेश जोशी ने किया सम्मानित - अल्ट्रा हाई डेंसिटी प्लांटेशन

कोका कोला इंडिया और इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी के कार्यक्रम में कृषि मंत्री गणेश जोशी ने 20 बागवानों को सम्मानित किया. इन बागवानों ने टिहरी जिले में सेब की पैदावार में अहम योगदान दिया है.

Apple production in Tehri
टिहरी में सेब की पैदावार
author img

By

Published : Jul 22, 2022, 3:55 PM IST

टिहरीः उत्तराखंड में सेब की पैदावार की असीम संभावनाएं हैं. हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के बाद उत्तराखंड ऐसा राज्य है, जहां सबसे ज्यादा सेब की पैदावार होती है. ऐसे में सरकार सूबे में सेब की खेती पर जोर दे रही है. इसी कड़ी में टिहरी के एंदी गांव में कोका कोला इंडिया और इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी के तत्वाधान में उन्नति एप्पल कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

इस कार्यक्रम (Apple orchard field day) में सूबे के कृषि मंत्री गणेश जोशी (Agriculture Minister Ganesh Joshi) ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. जहां उन्होंने 20 आदर्श बागवानों को सम्मानित किया. इन बागवानों ने सेब की पैदावार में अच्छी कृषि पद्धतियों (जीएपीज) अंगीकार के जरिए उत्पाद में लक्षणीय मापदंड हासिल किया था.

20 बागवानों को गणेश जोशी ने किया सम्मानित.

इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी (Indo Dutch Horticulture Technologies) के निदेशक सुधीर चढ्ढा ने कहा कि कोका कोला इंडिया की साझेदारी में प्रोजेक्ट एप्पल उन्नति से उत्तराखंड के हजारों बागवानों की क्षमताएं बढ़ी हैं. कोका-कोला इंडिया ऐसे पहले संस्थानों में से एक है, जिसने सतत कृषि क्षेत्र में सकारात्मक पहल करने का प्रयास किया है. इस प्रोजेक्ट की सफलता युवाओं का हौसला बढ़ाने वाली है. उन्होंने कहा कि राज्य ने पलायन का दंश देखा है. ऐसे में सेबों की पैदावर से क्रांति लाने में कोका कोला इंडिया का बड़ा योगदान है.

कोका कोला इंडिया और साउथ वेस्ट एशिया की पब्लिक अफेयर्स, कम्युनिकेशन एवं सस्टेनेबिलिटी की वाइस प्रेसिडेंट देवयानी राज्य लक्ष्मी राणा ने कहा कि किसान भारतीय फल उद्यम प्रणाली की बुनियाद हैं. उनकी उत्पादकता में वृद्धि लाने के लिए उन्हें सहायता दिया जा रहा है. साथ ही 'प्रोजेक्ट एप्पल उन्नति' के जरिए उनकी आजीविकाओं में सुधार लाया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः टिहरी के ऐदी गांव में मनाया गया सेब दिवस कार्यक्रम, गणेश जोशी ने किया शुभारंभ

एप्पल उन्नति यह कोका कोला इंडिया की फल आधारित सर्कुलर अर्थव्यवस्था की पहल का हिस्सा है. भारत के 12 राज्य और 6 फल वैरायटी के साथ यह पहल चलाई जाती है. बताया गया कि इसके जरिए किसानों की उत्पादकता में 5 गुना वृद्धि हुई है, जिससे वे अपनी आय को बढ़ा कर अपनी आजीविका में सुधार करने में सक्षम हुए हैं. उन्हें कोका कोला के प्रोजेक्ट 'उन्नति एप्पल' से परिचित किया गया था, जो इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी के साथ मिल कर चलाया जा रहा है.

इसका उद्देश्य भारत और खास कर उत्तराखंड में मुख्य रूप से अल्ट्रा हाई डेंसिटी प्लांटेशन (Ultra High Density Plantation) पर आधारित जागतिक सर्वश्रेष्ठ विधियों के जरिए सेबों की उत्पादकता में वृद्धि करना है. प्रोजेक्ट एप्पल उन्नति का शुभारंभ साल 2018 में कोका कोला इंडिया के मुख्य शाश्वत कृषि कार्यक्रम फल आधारित सर्कुलर अर्थव्यवस्था के तहत किया गया था.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंडी सेब उत्पादकों को नहीं मिल रहे उचित दाम, 10 साल पुराने रेट पर बेचने को मजबूर

टिहरीः उत्तराखंड में सेब की पैदावार की असीम संभावनाएं हैं. हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के बाद उत्तराखंड ऐसा राज्य है, जहां सबसे ज्यादा सेब की पैदावार होती है. ऐसे में सरकार सूबे में सेब की खेती पर जोर दे रही है. इसी कड़ी में टिहरी के एंदी गांव में कोका कोला इंडिया और इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी के तत्वाधान में उन्नति एप्पल कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

इस कार्यक्रम (Apple orchard field day) में सूबे के कृषि मंत्री गणेश जोशी (Agriculture Minister Ganesh Joshi) ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. जहां उन्होंने 20 आदर्श बागवानों को सम्मानित किया. इन बागवानों ने सेब की पैदावार में अच्छी कृषि पद्धतियों (जीएपीज) अंगीकार के जरिए उत्पाद में लक्षणीय मापदंड हासिल किया था.

20 बागवानों को गणेश जोशी ने किया सम्मानित.

इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी (Indo Dutch Horticulture Technologies) के निदेशक सुधीर चढ्ढा ने कहा कि कोका कोला इंडिया की साझेदारी में प्रोजेक्ट एप्पल उन्नति से उत्तराखंड के हजारों बागवानों की क्षमताएं बढ़ी हैं. कोका-कोला इंडिया ऐसे पहले संस्थानों में से एक है, जिसने सतत कृषि क्षेत्र में सकारात्मक पहल करने का प्रयास किया है. इस प्रोजेक्ट की सफलता युवाओं का हौसला बढ़ाने वाली है. उन्होंने कहा कि राज्य ने पलायन का दंश देखा है. ऐसे में सेबों की पैदावर से क्रांति लाने में कोका कोला इंडिया का बड़ा योगदान है.

कोका कोला इंडिया और साउथ वेस्ट एशिया की पब्लिक अफेयर्स, कम्युनिकेशन एवं सस्टेनेबिलिटी की वाइस प्रेसिडेंट देवयानी राज्य लक्ष्मी राणा ने कहा कि किसान भारतीय फल उद्यम प्रणाली की बुनियाद हैं. उनकी उत्पादकता में वृद्धि लाने के लिए उन्हें सहायता दिया जा रहा है. साथ ही 'प्रोजेक्ट एप्पल उन्नति' के जरिए उनकी आजीविकाओं में सुधार लाया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः टिहरी के ऐदी गांव में मनाया गया सेब दिवस कार्यक्रम, गणेश जोशी ने किया शुभारंभ

एप्पल उन्नति यह कोका कोला इंडिया की फल आधारित सर्कुलर अर्थव्यवस्था की पहल का हिस्सा है. भारत के 12 राज्य और 6 फल वैरायटी के साथ यह पहल चलाई जाती है. बताया गया कि इसके जरिए किसानों की उत्पादकता में 5 गुना वृद्धि हुई है, जिससे वे अपनी आय को बढ़ा कर अपनी आजीविका में सुधार करने में सक्षम हुए हैं. उन्हें कोका कोला के प्रोजेक्ट 'उन्नति एप्पल' से परिचित किया गया था, जो इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी के साथ मिल कर चलाया जा रहा है.

इसका उद्देश्य भारत और खास कर उत्तराखंड में मुख्य रूप से अल्ट्रा हाई डेंसिटी प्लांटेशन (Ultra High Density Plantation) पर आधारित जागतिक सर्वश्रेष्ठ विधियों के जरिए सेबों की उत्पादकता में वृद्धि करना है. प्रोजेक्ट एप्पल उन्नति का शुभारंभ साल 2018 में कोका कोला इंडिया के मुख्य शाश्वत कृषि कार्यक्रम फल आधारित सर्कुलर अर्थव्यवस्था के तहत किया गया था.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंडी सेब उत्पादकों को नहीं मिल रहे उचित दाम, 10 साल पुराने रेट पर बेचने को मजबूर

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.