रुद्रप्रयाग: विकासखण्ड अगस्त्यमुनि की न्याय पंचायत मयकोटी में पंचायत स्तरीय कार्यालय न होने से ग्रामीण जनता में खासा आक्रोश है. छोटे से कार्य के लिए भी लोगों को 20 से 25 किमी का सफर तय करना पड़ रहा है. जबकि कोरोना महामारी का डर भी उन्हें सता रहा है. लगातार हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं. ऐसे में लोगों की मुश्किल बढ़ गई हैं.
शुक्रवार को न्याय पंचायत मयकोटी के ग्रामीणों का शिष्टमंडल जिलाधिकारी वंदना सिंह से मिला. जिसमें उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं से जिलाधिकारी को अवगत कराते हुए इनके समाधान की मांग की. इस मौके पर ग्राम प्रधान मयकोटी अमिल प्रदाली ने कहा कि न्याय पंचायत मयकोटी में एक भी न्याय पंचायत स्तरीय अधिकारी कार्यालय नहीं है. जिसके कारण क्षेत्र की जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पंचायत स्तरीय कार्यों के लिए स्थानीय जनता दर-दर भटक रही है.
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परिवार रजिस्ट्रर, जन्म प्रमाण पत्र, खाता-खतौनी सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को लेकर लोगों को मीलों का सफर तय करना पड़ता है. न्याय पंचायत मयकोटी के अन्तर्गत मयकोटी, कुमोली-मालकोटी, कणधार, चैकी बरसिल, बैंजी सौड़, भटगांव, बावई सहित आठ ग्राम पंचायतें आती हैं.
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क्षेत्र की जनसंख्या दस हजार के करीब है, बावजूद इसके क्षेत्र के लोगों को ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत मंत्री सहित राजस्व उप निरीक्षक की सुविधा नहीं मिल पा रही है. लोगों को किसी भी कार्य के लिए रुद्रप्रयाग या फिर अगस्त्यमुनि जाना पड़ता है. वहीं दूसरी ओर इन दिनों हो रही बरसात भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है.