रुद्रप्रयागः सोशल मीडिया में भालू के उत्पात का वीडियो जमकर वायरल (bear video viral) हो रहा है. करीब 2 मिनट 27 सेकेंड के इस वीडियो में भालू टिनशेड को उखाड़ रहा है और भीतर घुसने का प्रयास कर रहा है. वीडियो में कुत्तों के भौंकने की आवाज भी सुनाई दे रही है. बताया जा रहा है कि यह वीडियो केदारघाटी के बष्टी गांव का है, जहां पर भालू के आतंक से ग्रामीण काफी खौफजदा हैं.
दरअसल, जिले के कई इलाकों में भालू का आतंक बना हुआ है. भालू के आतंक के कारण ग्रामीण शाम होते ही घरों में दुबकने को मजबूर हैं. काश्तकारों की फसलों के साथ ही भालू मवेशियों को अपना शिकर बना रहा है, जबकि ग्रामीणों पर भी हमला कर रहा है. ऐसे में ग्रामीण इलाकों में भालू का आतंक दहशत का रूप लेता जा रहा है. ग्रामीण जनता भालू से निजात दिलाने के लिए सरकार और वन विभाग से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी मांग को अनसुना किया जा रहा है. ऐसे में ग्रामीण जनता में आक्रोश फैलता जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी के लाटा गांव में भालू ने महिला पर किया हमला, हालत गम्भीर
रुद्रप्रयाग जिले के धनपुर, बच्छणस्यूं, रानीगढ़, भरदार, सिलगढ़, बांगर पट्टी के साथ केदारघाटी के विभिन्न क्षेत्रों में भालू का आतंक बना हुआ है. सोशल मीडिया पर केदारघाटी के बष्टी गांव में भालू के आतंक का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि भालू गौशाला का दरवाजा को तोड़ने का प्रयास कर रहा है, लेकिन वह सफल नहीं हो पा रहा है. उसके आस-पास से कुत्तों के भौंकने की भी आवाज आ रही है और कोई व्यक्ति भालू का वीडियो बना रहा है. काफी देर प्रयास करने के बाद जब भालू सफल नहीं हो पाता है तो वह वहां से चला जाता है. भालू का यह दहशत भरा रूप देखकर हर कोई खौफ में है.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी में भालू के हमले में तीन महिलाएं गंभीर घायल, ग्रामीणों में दहशत
जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र बिष्ट ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में भालू के दहशत से जनता परेशान है. वन विभाग और सरकार से मांग की जा रही है कि भालू के आतंक से ग्रामीणों को निजात दिलाई जाए, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि काश्तकारों की खेती को बर्बाद करने साथ ही भालू मवेशियों को भी अपना शिकार बनाने में लगा है, जबकि लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर रहा है.
ये भी पढ़ेंः मेनोल गांव में बच्चे पर गुलदार ने किया हमला, बाल-बाल बची जान
जिला अस्पताल के साथ ही अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में भालू के हमले से घायल लोग पहुंच रहे हैं, बावजूद इसके वन विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. उन्होंने कहा कि भालू का आतंक इतना बढ़ गया है कि लोग सांय होते ही घरों में कैद होने के लिए मजबूर हो गए हैं. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जल्द ही भालू के आतंक से परेशान ग्रामीण इलाकों में जनता को राहत दी जाए. अन्यथा विभाग के खिलाफ जनता आंदोलन छेड़ने के लिए मजबूर हो जाएगी.