रुद्रप्रयाग: नगर के गुप्तकाशी-कालीमठ मोटरमार्ग पर कई दिनों से वाहन चालकों की मनमानी की शिकायत आ रही थी. वाहन चालक श्रद्धालुओं एवं ग्रामीणों से निर्धारित किराये से अधिक की वसूली कर रहे हैं. जिसके चलते स्थानीय लोगों में परिवहन विभाग के खिलाफ काफी आक्रोश है. वहीं, ग्रामीणों ने एआरटीओ को पत्र लिखकर ऐसे वाहन चालकों का लाइसेंस निरस्त कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
ये भी पढे़ं :उत्तराखंड वन विकास निगम लाखों रुपए का खाना खा गए अधिकारी, 4 लाख से ज्यादा के बांट दिए तोहफे
बता दें कि गुप्तकाशी से कालीमठ की दूरी दस किलोमीटर है. बावजूद वाहन चालक ग्रामीणों और श्रद्धालुओं से 40 रूपये किराया वसूल रहे हैं. सिद्धपीठ कालीमठ में हर दिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. कालीमठ क्षेत्र की जनता का भी हर रोज गुप्तकाशी बाजार आना-जाना लगा रहता है. ग्रामीणों का कहना है कि वाहन चालक यात्रियों से निर्धारित किराए के बजाय मनमर्जी का किराया वसूल रहे हैं. साथ ही स्थानीय लोगों द्वारा आवाज उठाने पर यात्रियों के साथ गाली-गलौच और मारपीट भी करते हैं.
वहीं, स्थानीय निवासी कृष्ण मोहन ने कहा कि जब वे कालीमठ से गुप्तकाशी आ रहे थे तो गुप्तकाशी में वाहन चालक ने उनसे 40 रूपये किराया लिया. जबकि परिवहन विभाग की ओर से निर्धारित किराया 26 रूपये है. वाहन चालक यात्रियों से मनमर्जी किराया ले रहे हैं. किराया को लेकर शिकायत करने पर वाहन चालक गाली-गलौच भी कर रहे हैं.
कृष्ण मोहन ने कहा कि विरोध करने पर वाहन चालक ने उनके पिता के साथ भी अभद्रता की. जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की. लेकिन वाहन चालक ने माफी मांगने के बजाय फिर से अपशब्दों का प्रयोग किया गया. जिसके चलते उन्होंने एआरटीओ को प्रार्थना पत्र देते हुए वाहन चालक का लाइसेंस निरस्त कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.