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केदारनाथ में 'टोकन' से मिली यात्रियों को लाइन में लगने से छुट्टी, पहल की यात्री कर रहे सराहना

इस बार केदारनाथ यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधांए मुहैया कराई जा रही है. पहली बार धाम में टोकन व्यवस्था लागू की गई है, जिससे तीर्थयात्रियों को घंटों लाइन में लगकर इंतजार नहीं करना पड़ रहा है.

केदारनाथ धाम में टोकन व्यवस्था
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Published : May 11, 2019, 7:55 PM IST

रुद्रप्रयागः विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का आगाज हो चुका है. कपाट खुलते ही देश-विदेश से हजारों की तादाद में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में इस बार केदारनाथ यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधांए मुहैया कराई जा रही है. पहली बार धाम में टोकन व्यवस्था लागू की गई है, जिससे तीर्थयात्रियों को घंटों लाइन में लगकर इंतजार नहीं करना पड़ रहा है. ऐसे में यात्रियों को काफी सहूलियत मिल रही है. वहीं, इस व्यवस्था को लेकर यात्री, प्रशासन की काफी सराहना कर रहे हैं.

केदारनाथ धाम में टोकन व्यवस्था से यात्रियों को मिल रही काफी सहलूयित.


बता दें कि केदरनाथ धाम में बीते साल तक दर्शन के लिए कोई विशेष सुविधा उपलब्ध नहीं थी. ऐसे में यात्रियों को मंदिर के दर्शन करने के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ता था. कई बार तो यात्रियों को धक्का-मुक्की जैसी समस्याओं से भी जूझना पड़ता था. वहीं, इस बार प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए टोकन सिस्टम की विशेष व्यवस्था की है.


इस बार केदारनाथ मंदिर परिसर के सामने रास्ता काफी चौड़ा किया गया है. इसके अलावा टोकन सिस्टम से लंबी लाइन में लगने का भी झंझट खत्म हो गया है. ऐसे में यात्री आराम से बैठ कर अपनी बारी आने पर बाबा के दर्शन कर रहे हैं. इससे लाइन में लगने की समस्या से भी निजात मिली है. ऐसे में करीब 19 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद उन्हें आराम भी मिल रहा है. उधर, देश-विदेश से पहुंच रहे तीर्थयात्री टोकन व्यवस्था को जिला प्रशासन का बेहतर कदम बता रहे हैं.

ये भी पढे़ंः खबर का असरः पेयजल मंत्री की विधानसभा में बूंद-बूंद को तरस रहे लोग, नींद से जागा प्रशासन

वहीं, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि टोकन व्यवस्था के तहत पहले दो सौ यात्रियों के एक ग्रुप में दर्शन कराए जा रहे हैं. इसके बाद आगे के यात्रियों को टोकन देकर दर्शन करवाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 19 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद तीर्थयात्री लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते थे, लेकिन अब उन्हें इंतजार नहीं करना पड़ रहा है. मंदिर परिसर के आस-पास मेज-कुर्सियां लगाई गई हैं, जिसपर बैठ कर तीर्थयात्री अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. साथ ही बताया कि डिस्प्ले के जरिये तीर्थयात्री अपना नंबर देखने के बाद दर्शन करने जा रहे हैं.

token system started in kedarnath dham
केदारनाथ धाम में टोकन व्यवस्था.


उन्होंने बताया कि टोकन व्यवस्था में कोई फर्जीवाड़ा न हो और विवाद की स्थिति को देखते हुए हर दिन टोकन में नया मैसेज टाइप किया जायेगा. जिससे कोई फर्जी पर्ची का सहारा ना ले और फर्जी टोकन देने वाले पकड़े जा सकें. उन्होंने कहा कि धाम में आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना प्रशासन की प्राथमिकता है. टेंट और हट्स के जरिये भी तीर्थयात्रियों को रहने-खाने की सुविधाएं दी जा रही हैं.


उधर, केदारधाम यात्रा पड़ाव के लिए करीब ढाई हजार से ज्यादा घोड़े-खच्चर संचालकों ने पंजीकरण कराया है. घोड़े-खच्चरों पर आरएफआई चिप लगाया गया है, जिससे यह पता लग सकेगा कि घोड़ा- खच्चर किस स्थान पर है और यात्री को किस स्थान पर छोड़ा जा रहा है. डीएम मंगेश घिल्डियाल की मानें तो केदारधाम आने वाले यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है. हर दिन हजारों की संख्या में तीर्थयात्री आ रहे हैं. ऐसे में घोड़े-खच्चर संचालकों से संपर्क किया जा रहा है और उनका पंजीकरण किया जा रहा है.

रुद्रप्रयागः विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का आगाज हो चुका है. कपाट खुलते ही देश-विदेश से हजारों की तादाद में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में इस बार केदारनाथ यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधांए मुहैया कराई जा रही है. पहली बार धाम में टोकन व्यवस्था लागू की गई है, जिससे तीर्थयात्रियों को घंटों लाइन में लगकर इंतजार नहीं करना पड़ रहा है. ऐसे में यात्रियों को काफी सहूलियत मिल रही है. वहीं, इस व्यवस्था को लेकर यात्री, प्रशासन की काफी सराहना कर रहे हैं.

केदारनाथ धाम में टोकन व्यवस्था से यात्रियों को मिल रही काफी सहलूयित.


बता दें कि केदरनाथ धाम में बीते साल तक दर्शन के लिए कोई विशेष सुविधा उपलब्ध नहीं थी. ऐसे में यात्रियों को मंदिर के दर्शन करने के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ता था. कई बार तो यात्रियों को धक्का-मुक्की जैसी समस्याओं से भी जूझना पड़ता था. वहीं, इस बार प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए टोकन सिस्टम की विशेष व्यवस्था की है.


इस बार केदारनाथ मंदिर परिसर के सामने रास्ता काफी चौड़ा किया गया है. इसके अलावा टोकन सिस्टम से लंबी लाइन में लगने का भी झंझट खत्म हो गया है. ऐसे में यात्री आराम से बैठ कर अपनी बारी आने पर बाबा के दर्शन कर रहे हैं. इससे लाइन में लगने की समस्या से भी निजात मिली है. ऐसे में करीब 19 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद उन्हें आराम भी मिल रहा है. उधर, देश-विदेश से पहुंच रहे तीर्थयात्री टोकन व्यवस्था को जिला प्रशासन का बेहतर कदम बता रहे हैं.

ये भी पढे़ंः खबर का असरः पेयजल मंत्री की विधानसभा में बूंद-बूंद को तरस रहे लोग, नींद से जागा प्रशासन

वहीं, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि टोकन व्यवस्था के तहत पहले दो सौ यात्रियों के एक ग्रुप में दर्शन कराए जा रहे हैं. इसके बाद आगे के यात्रियों को टोकन देकर दर्शन करवाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 19 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद तीर्थयात्री लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते थे, लेकिन अब उन्हें इंतजार नहीं करना पड़ रहा है. मंदिर परिसर के आस-पास मेज-कुर्सियां लगाई गई हैं, जिसपर बैठ कर तीर्थयात्री अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. साथ ही बताया कि डिस्प्ले के जरिये तीर्थयात्री अपना नंबर देखने के बाद दर्शन करने जा रहे हैं.

token system started in kedarnath dham
केदारनाथ धाम में टोकन व्यवस्था.


उन्होंने बताया कि टोकन व्यवस्था में कोई फर्जीवाड़ा न हो और विवाद की स्थिति को देखते हुए हर दिन टोकन में नया मैसेज टाइप किया जायेगा. जिससे कोई फर्जी पर्ची का सहारा ना ले और फर्जी टोकन देने वाले पकड़े जा सकें. उन्होंने कहा कि धाम में आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना प्रशासन की प्राथमिकता है. टेंट और हट्स के जरिये भी तीर्थयात्रियों को रहने-खाने की सुविधाएं दी जा रही हैं.


उधर, केदारधाम यात्रा पड़ाव के लिए करीब ढाई हजार से ज्यादा घोड़े-खच्चर संचालकों ने पंजीकरण कराया है. घोड़े-खच्चरों पर आरएफआई चिप लगाया गया है, जिससे यह पता लग सकेगा कि घोड़ा- खच्चर किस स्थान पर है और यात्री को किस स्थान पर छोड़ा जा रहा है. डीएम मंगेश घिल्डियाल की मानें तो केदारधाम आने वाले यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है. हर दिन हजारों की संख्या में तीर्थयात्री आ रहे हैं. ऐसे में घोड़े-खच्चर संचालकों से संपर्क किया जा रहा है और उनका पंजीकरण किया जा रहा है.


खबर में तीर्थयात्रियों की बाइटें भेजी गयी हैं। 
तीर्थयात्रियों ने जताई खुशी, प्रशासन का जताया आभार 
केदारधाम में पहली बार टोकन व्यवस्था से यात्री कर रहे दर्शन
तीर्थयात्रियों को धक्का-मुक्की की समस्या से मिली निजात 
टोकन में हर दिन किया जा रहा नया मैसेज टाइप 
फर्जीवाड़ा से बचने के लिए प्रशासन ने लिया निर्णय 
ढाई हजार से अधिक घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण 
उत्तराखण्ड डेस्क
स्लग - टोकन सिस्टम से यात्री खुश
रिपोर्ट - रोहित डिमरी/11 मई 2019/रुद्रप्रयाग/एवीबी
एंकर- केदारनाथ यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधांए मुहैया करवाई जा रही है। इस वर्ष धाम में टोकन व्यवस्था लागू की गई है, जिससे तीर्थयात्रियों को घंटों लाइन में नहीं लगना पड़ रहा है। साथ ही उनको धक्का-मुक्की जैसी समस्या से भी नहीं जूझना पड़ रहा है। धाम में मिल रही बेहतर सुविधाओं के लिए तीर्थयात्रियों ने जिला प्रशासन का आभार जताया है। वहीं केदारधाम के लिए ढाई हजार घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण करवा लिया गया है। 
वीओ -1- केदारनाथ यात्रा के शुरू होने से यात्रा पड़ावों में रौनक लौट आई है। छः माह का सन्नाटा खत्म हो चुका है और अब यात्रा पड़ावों में देश-विदेश से आ रहे श्रद्धालुआंे की चहल-कदमी देखने को मिल रही है। इस बार धाम आने वाले श्रद्धालुओं में काफी खुशी देखने को मिल रही है। एक तो केदारनाथ मंदिर परिसर के सामने रास्ता काफी चैड़ा हो गया है, जिससे तीर्थयात्री सुकून महसूस कर रहे हैं, इसके अलावा लम्बी लाइन में लगने का भी झंझट समाप्त हो गया है। यात्री आराम से बैठ कर अपनी बारी आने पर बाबा के दर्शन कर रहे हैं। इससे जहां लाइन में लगने की समस्या से भी निजात मिली है, वहीं उन्हें 19 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद आराम मिल रहा है। यात्रियों को मिल रही सुविधाओं से देश-विदेश में बेहतर संदेश जा रहा है। देश-विदेश से आ रहे तीर्थयात्रियों ने टोकन व्यवस्था होने पर जिला प्रशासन का आभार जताया है। 
बाइट -1 यात्री 
बाइट -2 यात्री 
बाइट -3 यात्री 

वीओ -2- जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदार यात्रा में टोकन व्यवस्था को लागू किया गया है। टोकन व्यवस्था के तहत पहले दो सौ यात्रियों के एक गु्रप में दर्शन कराये जा रहे हैं। इसके बाद आगे के यात्रियों को टोकन देकर दर्शन करवाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 19 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद तीर्थयात्री लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते थे, लेकिन अब उन्हें इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। मंदिर परिसर के आस-पास मेज-कुर्सिया लगाई गई हैं, जिसमें बैठ कर तीर्थयात्री अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। इसके लिए बकायदा डिसप्ले के जरिये तीर्थयात्री अपना नम्बर देखने के बाद दर्शन करने जा रहे हैं। कहा कि टोकन व्यवस्था में कोई फर्जीवाड़ा न हो और विवाद की स्थिति को देखते हुए हर दिन टोकन में नया मैसेज टाइप किया जायेगा, जिससे फर्जी पर्ची का सहारा कोई न ले सके और फर्जी टोकन देने वाले पकड़े जा सकें। उन्होंने कहा कि धाम में आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। धाम में रहने की कोई दिक्कत नहीं है। टेंट और हट्स के जरिये तीर्थयात्रियों को सुविधाएं दी जा रही है। इसके साथ ही खाने की भी कोई समस्या नहीं है। 
बाइट 1- मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी 
ढाई हजार से अधिक घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण 
वीओ -3- केदारधाम यात्रा पड़ाव के लिए ढाई हजार से अधिक घोड़े-खच्चर संचालकों ने पंजीकरण करवा लिया है। यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की संख्या बढ़ने से तीर्थयात्रियों ने भी राहत की सांस ली है। घोडे-खच्चरों पर आरएफआई चिप लगाया गया है, जिससे यह पता लग सकेगा कि घोड़ा खच्चर किस स्थान पर है और यात्री को किस स्थान पर छोड़ा जा रहा है। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारधाम आने वाले यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है। हर दिन हजारों की संख्या में तीर्थयात्री आ रहे हैं। ऐसे में घोड़े-खच्चर संचालकों से संपर्क किया जा रहा है और उन्हें बुलाकर पंजीकरण करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग पर यात्रियों को बेहतर सुविधाएं दी जा रही हैं। 
बाइट 2- मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी 

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