रुद्रप्रयाग: जनपद में कोरोना संक्रमण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, बावजूद इसके रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय में मैदान से गांव लौट रहे लोग सोशल-डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं. जिला मुख्यालय से गांव जा रहे लोगों को मानक से अधिक संख्या में वाहनों में बिठाया जा रहा है. जबकि शासन द्वारा क्षमता के केवल 50 फीसदी ही सवारियां बिठाने के निर्देश हैं.
ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है. जिले में कोरोना एक्टिव केसों की संख्या साढ़े पांच सौ हो चुकी है. 23 मरीजों को कोटेश्वर कोरोना अस्पताल में भर्ती किया गया है और अन्य को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है.
कोरोना संक्रमण को लेकर पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा किसी भी तरह से सजग नजर नहीं आ रहे हैं. अब तक जिले में कोरोना के कारण दो लोगों की मौत हो चुकी है. आये दिन एक्टिव केस बढ़ते जा रहे हैं. इसके बावजूद भी लोग सतर्क नहीं हैं. दो गज की दूरी का पालन और मास्क का प्रयोग नहीं किया जा रहा है.
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रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के बाजार में जमकर भीड़ लग रही है. वहीं पुलिस केवल दोपहिया वाहनों के चालान काटने तक ही सीमित है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने और गाड़ी में नियमानुसार सवारियों को बिठाने को लेकर पुलिस भी निष्क्रिय बनी हुई है. मैदान से गांव लौट रहे लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
वहीं स्थानीय व्यापारियों ने कहा कि सरकार को 2 बजे के बजाय 5 बजे तक मार्केट खोलने के दिशा-निर्देश निकालने चाहिए, ताकि एक साथ सभी लोग बाजार में भीड़ न बढ़ायें.