रुद्रप्रयाग: तूना-बौंठा मोटरमार्ग बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गया है. सड़क इस कदर बदहाल हो गई है कि लोगों का पैदल चलना भी दूभर हो गया है. सड़क निर्माण के बाद से मरम्मत के नाम पर मात्र खानापूर्ति की जाती है. जिम्मेदार अधिकारियों को लोगों की दिक्कतें और सड़क मार्ग की बदहाली नजर ही नहीं आती.
दरअसल, शहर के 2 किमी के दायरे में बने हाईवे से लेकर संपर्क मोटर मार्ग तक बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. ये गड्ढे लोगों के लिए दुर्घटना का सबब बने हुए हैं. लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस सड़क की सुध नहीं ले रहे हैं, जिसका खामियाजा वाहन संचालकों और पैदल चलते राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है. वहीं, रुद्रप्रयाग कलेक्ट्रेट से विकास भवन को जोड़ने वाला मोटर मार्ग शुरू से ही गड्ढों से पटा पड़ा है. इस मार्ग पर डीएम, सीडीओ, एडीएम, एसडीएम और अन्य जिला स्तरीय अधिकारी रोजाना गुजरते हैं, लेकिन उन्हें मार्ग की बदहाली नहीं दिखाई देती.
लोगों का कहना है कि अधिकारी इन सड़क मार्गों का प्रयोग कर रोजाना अपने दफ्तर जाते हैं, उसके बावजूद सड़क मार्ग को सुधारने के प्रयास नहीं किए जाते हैं. वहीं, डीडीओ मनवेंद्र कौर ने बताया कि मोटर मार्गों के सुधारीकरण और पैच भरने के लिए संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित कर दिया गया है.
ये भी पढ़ें: रसूखदारों से संबंध रखने वाला ठग बाबा ऋषिकेश से गिरफ्तार, पुलिस खंगाल रही कुंडली
अधूरा पड़ा सड़क चौड़ीकरण काम
नगर क्षेत्र रुद्रप्रयाग में ऑलवेदर के तहत सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है जो कि अभी तक पूरा नहीं हो सका है. एनएच के अधिकारियों का कहना है कि लोग उस जगह को खाली नहीं कर रहे हैं. साथ ही अन्य कई तकनीकी कारण भी हैं, जिससे निर्माण का काम पूरा नहीं हो सका है. अधिकांश काम पूरा कर लिया गया है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि एनएच की कार्यदायी संस्था द्वार निर्माण कार्यों में तेजी नहीं लाई जा रही है. इस कारण निर्माण का काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि एसबीआई के आसपास हो रहा निर्माण कार्य काफी समय से अधूरा पड़ा है. यहां सड़क किनारे दो पहिया वाहन तक नहीं खड़े किए जा सकते हैं. उधर, बेलनी पुल के पास बने तून गदेरे के पानी की निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है. इसका खामियाजा लोगों को कभी भी भुगतना पड़ सकता है. वहीं, लोगों ने प्रशासन और एनएच के अधिकारियों से इन समस्याओं के जल्द निदान की मांग की है.