रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा को लेकर संबंधित विभागों की ओर से जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं. हालांकि धाम में बर्फबारी और बारिश हो रही है. बावजूद इसके मजदूर बर्फ को साफ करने में जुटे हैं, जिससे पुनर्निर्माण के कार्यों को शुरू किया जा सके. साथ ही अन्य कार्यों को समय से निपटाया जा रहा है. गौर हो कि केदारनाथ धाम में बर्फबारी से पुनर्निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं.
डीएम मयूर दीक्षित ने यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए मार्च माह के अंत तक सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. उन्होंने बताया कि केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग के जिन स्थानों पर मार्ग क्षतिग्रस्त एवं रेलिंग टूटी हुई हैं, उनकी मरम्मत का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है. इसके अलावा जल संस्थान तीर्थ यात्रियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराए जाने के लिए पेयजल स्टेंड पोस्ट, हैंडपंप एवं पेयजल लाइनों की मरम्मत का कार्य तेजी से कर रहा है.
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यात्रा मार्ग में शौचालय निर्माण कार्य किया जा रहा है. चिकित्सा विभाग की ओर से तीर्थ यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यात्रा मार्ग में तैयारियां की जा रही हैं. इसके साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग यात्रा मार्ग में पैच वर्क, डामरीकरण एवं क्षतिग्रस्त दीवारों की मरम्मत का कार्य तत्परता से कर रहा है.
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग दुरुस्त करने के निर्देश: केदारघाटी और केदारनाथ यात्रा की लाइफलाइन कहे जाने वाले रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर चारधाम यात्रा के दौरान जाम की स्थिति से तीर्थयात्री बेहद ही परेशान रहते हैं. ऐसे में यात्रा मार्ग के कुंड से गुप्तकाशी के जिन स्थानों में जाम की स्थिति बनी रहती है, उन स्थानों का जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग राजबीर सिंह चौहान एवं संबंधित ठेकेदार को निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग में गुप्तकाशी तक जिन स्थानों पर रोड संकरी है और जाम की स्थिति बनी रहती है. ऐसे स्थानों को यात्रा शुरू होने से पूर्व दुरुस्त किया जाए. उन्होंने रोड कटिंग के कार्यों को जल्द करने के निर्देश दिए. उन्होंने यह भी कहा कि जिन स्थानों पर भू-धंसाव की स्थिति हो रही है, उन पर तत्परता से पुश्ता लगाया जाए तथा पानी की निकासी के लिए नाली निर्माण कार्य भी किया जाए.