रुद्रप्रयाग: आज नाग पंचमी है. आज के दिन भगवान शिव के जलाभिषेक के साथ ही नाग नागिन की पूजा अर्चना की जाती है. मान्यता है कि आज शिव मंदिरों में जाकर नाग नागिन की पूजा अर्चना करने से काल सर्प दोष का निवारण होता है. केदारनाथ धाम में आज भगवान केदारनाथ के गर्भ गृह में केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज की ओर से षोडशोपचार पूजा के अलावा नाग नागिन की पूजा अर्चना की गई.
नाग पंचमी के मौके पर विश्व विख्यात केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विशेष पूजाएं की गई. षोडशोपचार पूजा के अलावा मंदिर में नाग नागिन के जोड़े की पूजा-अर्चना की गई और चांदी से बनाए गए नाग नागिन के जोड़े को मंदिर के अंदर छोड़ा गया.
नाग पंचमी के अवसर पर भी बड़ी संख्या में भक्त केदारनाथ पहुंचे. सुबह से ही मंदिर में भगवान की पूजा अर्चना के लिए भारी भीड़ रही. केदारनाथ पहुंच रहे भक्तों के लिए खास बात यह है कि धाम में भीड़ कम होने से भक्त मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश कर रहे हैं और बाबा केदार का जलाभिषेक कर रहे हैं.
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केदारनाथ मंदिर के तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने बताया कि आज नाग पंचमी का विशेष पर्व है. आज के दिन केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में षोडशोपचार पूजा-अर्चना के बाद नाग-नागिन की पूजा की गई. काल सर्प दोष वाले व्यक्ति को आज शिवालय में जाकर नाग-नागिन की पूजा करनी चाहिए. पूजा करने और नाग-नागिन को वहीं, छोड़ने से उसके दोष का निवारण होता है.
नाग देवता मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ः हरिद्वार के ज्वालापुर स्थित नाग देवता के मंदिर में नाग पंचमी पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली. श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है. यह दिन नाग देवता की पूजा के लिए समर्पित होता है. मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.