ETV Bharat / state

शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान हुए भगवान तुंगनाथ, श्रद्धालुओं और ग्रामीणों में उत्साह

author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 3, 2023, 6:03 PM IST

Updated : Nov 3, 2023, 7:03 PM IST

lord tungnath seated in makkumath winter seat तृतीय केदार के नाम से विख्यात भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान हो गई है. भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के मक्कूमठ आगमन पर श्रद्धालुओं और ग्रामीणों में उत्साह देखने को मिला.

Etv Bharat
Etv Bharat

रुद्रप्रयाग: पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान हो गई है. शनिवार से भगवान तुंगनाथ की शीतकालीन पूजा विधि-विधान से शुरू होगी. भगवान तुंगनाथ की डोली के मक्कूमठ आगमन पर मंदिर समिति, हक - हकूकधारियों और ग्रामीणों के संयुक्त तत्वावधान में कई वर्षों बाद शाही भोज का आयोजन किया गया. जिसमें लगभग 10 हजार श्रद्धालुओं ने शामिल होकर पुण्य अर्जित किया.

Lord Tungnath
शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान हुए भगवान तुंगना

शुक्रवार को ब्रह्म बेला पर भनकुंड में विद्वान आचार्यों ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाएं संपन्न कराई और भगवान तुंगनाथ सहित तैतीस देवी-देवताओं का आवाहन किया. इसके बाद 10 बजे प्रातः भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ के लिए रवाना हुई. भगवान तुंगनाथ चल विग्रह उत्सव डोली का विभिन्न पड़ावों पर ग्रामीणों ने पुष्प और अक्षत्रों से भव्य स्वागत किया. साथ ही राकेश्वरी नदी पहुंचने पर भगवान तुंगनाथ की डोली सहित विभिन्न देवी - देवताओं के निशाणों ने गंगा स्नान किया.

Lord Tungnath
हकूकधारियों और ग्रामीणों के संयुक्त तत्वावधान में शाही भोज आयोजित

भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ पहुंचने पर ग्रामीणों और भक्तों द्वारा लाल -पीले वस्त्र अर्पित कर मनौती मांगी गई और अनेक प्रकार की पूजा सामाग्रियों से अर्ध्य देकर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की गई. भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान होने पर मठापति राम प्रसाद मैठाणी द्वारा दान की परंपराओं का निर्वहन किया गया.

ये भी पढ़ें: पंचकेदार में शामिल विश्व के सबसे ऊंचे तृतीय केदार तुंगनाथ धाम के कपाट बंद, अब यहां देंगे श्रद्धालुओं को दर्शन

मंदिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती ने बताया कि इस बार तुंगनाथ धाम में 1 लाख 36 हजार तीर्थ यात्रियों के आने से नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है. वहीं, जानकारी देते हुए डोली प्रभारी प्रकाश पुरोहित ने बताया कि भगवान तुंगनाथ के चार चरणों की दिवारा यात्रा के बाद पांचवें चरण में शाही भोज की परंपरा युगों पूर्व की है.

ये भी पढ़ें: हिमालय से लौटे बाबा तुंगनाथ, अब यहां देंगे दर्शन, सर्दियों में कुदरत करती है धाम का श्रृंगार

रुद्रप्रयाग: पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान हो गई है. शनिवार से भगवान तुंगनाथ की शीतकालीन पूजा विधि-विधान से शुरू होगी. भगवान तुंगनाथ की डोली के मक्कूमठ आगमन पर मंदिर समिति, हक - हकूकधारियों और ग्रामीणों के संयुक्त तत्वावधान में कई वर्षों बाद शाही भोज का आयोजन किया गया. जिसमें लगभग 10 हजार श्रद्धालुओं ने शामिल होकर पुण्य अर्जित किया.

Lord Tungnath
शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान हुए भगवान तुंगना

शुक्रवार को ब्रह्म बेला पर भनकुंड में विद्वान आचार्यों ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाएं संपन्न कराई और भगवान तुंगनाथ सहित तैतीस देवी-देवताओं का आवाहन किया. इसके बाद 10 बजे प्रातः भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ के लिए रवाना हुई. भगवान तुंगनाथ चल विग्रह उत्सव डोली का विभिन्न पड़ावों पर ग्रामीणों ने पुष्प और अक्षत्रों से भव्य स्वागत किया. साथ ही राकेश्वरी नदी पहुंचने पर भगवान तुंगनाथ की डोली सहित विभिन्न देवी - देवताओं के निशाणों ने गंगा स्नान किया.

Lord Tungnath
हकूकधारियों और ग्रामीणों के संयुक्त तत्वावधान में शाही भोज आयोजित

भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ पहुंचने पर ग्रामीणों और भक्तों द्वारा लाल -पीले वस्त्र अर्पित कर मनौती मांगी गई और अनेक प्रकार की पूजा सामाग्रियों से अर्ध्य देकर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की गई. भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान होने पर मठापति राम प्रसाद मैठाणी द्वारा दान की परंपराओं का निर्वहन किया गया.

ये भी पढ़ें: पंचकेदार में शामिल विश्व के सबसे ऊंचे तृतीय केदार तुंगनाथ धाम के कपाट बंद, अब यहां देंगे श्रद्धालुओं को दर्शन

मंदिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती ने बताया कि इस बार तुंगनाथ धाम में 1 लाख 36 हजार तीर्थ यात्रियों के आने से नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है. वहीं, जानकारी देते हुए डोली प्रभारी प्रकाश पुरोहित ने बताया कि भगवान तुंगनाथ के चार चरणों की दिवारा यात्रा के बाद पांचवें चरण में शाही भोज की परंपरा युगों पूर्व की है.

ये भी पढ़ें: हिमालय से लौटे बाबा तुंगनाथ, अब यहां देंगे दर्शन, सर्दियों में कुदरत करती है धाम का श्रृंगार

Last Updated : Nov 3, 2023, 7:03 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.