रुद्रप्रयागः विश्व के सबसे ऊंचाई पर स्थित शिव मंदिर तुंगनाथ से एक किमी की दूरी पर चंद्रशिला में बिजली गिरी है. जिससे 2 यात्री बेहोश हो गए हैं. सूचना मिलने के बाद डीडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस बल को मौके के लिए रवाना किया गया है. जिन्होंने दोनों यात्रियों को रेस्क्यू किया.
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रावत ने बताया कि बीते सायं जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र रुद्रप्रयाग में एक सूचना मिली थी. जिसमें बताया गया कि तुंगनाथ से ऊपर चंद्रशिला में बिजली गिरी है. जिसकी चपेट में आने के कारण 2 यात्री अचेत हो गए. वहीं, घटना की सूचना मिलते ही जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र ने डीडीआरएफ टीम उखीमठ, एसडीआरएफ अगस्त्यमुनि और पुलिस बल को मौके के लिए रवाना किया गया.जिसके बाद एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम द्वारा जिला पुलिस व डीडीआरएफ की टीमों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए दोनों घायलों को स्ट्रैचर के माध्यम से मुख्य मार्ग तक पहुंचाकर एंबुलेंस से अस्पताल भिजवाया.
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वहीं घायल का नाम सागर नौटियाल (23) पुत्र जगदम्बा प्रसाद, दूसरे का नाम हिमांशु नौटियाल (29) पुत्र पारेश्वर प्रसाद, दोनों सेमिया इगमघाट, घनसाली, टिहरी के रहने वाले हैं.
बता दें कि तुंगनाथ मंदिर से ठीक ऊपर चंद्रशिला मौजूद है. चंद्रशिला में गंगा का मंदिर है. जो चोटी पर मौजूद है. यहां से सामने हिमाच्छादित श्रृंखलाएं और खूबसूरत घाटी नजारे देखने को मिलते हैं. यानी यहां से आप 360 डिग्री का व्यू का लुत्फ उठा सकते हैं. माना जाता है कि तुंगनाथ की यात्रा तभी पूरी मानी जाती है, जब चंद्रशिला के दर्शन किए जाते हैं. चंद्रशिला समुद्र तल से करीब 3,690 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यहां से नंदादेवी, त्रिशूल, केदार चोटी, बंदरपूंछ और चौखंबा की चोटियां दिखती है. सर्दियों में यहां काफी बर्फ गिरती है.