रुद्रप्रयागः विश्व विख्यात केदारनाथ धाम की सुरक्षा का जिम्मा अब आईटीबीपी को सौंपा गया (ITBP personnel deployed in Kedarnath) है. आईटीबीपी के जवान आधुनिक हथियारों से लैस होकर मंदिर की सुरक्षा में तैनात हो गए हैं. फिलहाल, धाम में आईटीबीपी के तीस जवान सुरक्षा व्यवस्था में लगे हैं और यह जवान अप्रैल महीने तक धाम में ही रहेंगे.
बता दें कि इस साल यानी 2022 में जहां रिकार्ड 15 लाख यात्री बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे. वहीं, इस बार केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित (kedarnath dham sanctorum walls decorated with gold) कराया गया. इसके अलावा करीब 400 मजदूर भी धाम में कार्य कर रहे हैं. धाम में लगातार मजदूरों और अन्य लोगों की आवाजाही हो रही है. ऐसे में बदरी केदार मंदिर समिति मंदिर की सुरक्षा में कोई भी कमी नहीं रखना चाहती है और मंदिर समिति ने गृह मंत्रालय को पूर्व में मंदिर की सुरक्षा को लेकर आईटीबीपी के जवानों को तैनात करने की मांग की थी.
मंदिर समिति की ओर से भेजे गए पत्र का संज्ञान लेते हुए गृह मंत्रालय ने मंदिर की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए आईटीबीपी को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है. ये जवान पूरे शीतकाल में मंदिर के तीनों द्वार पर ड्यूटी के साथ ही केदारपुरी की रेकी भी करेंगे. आईटीबीपी ने अपना सिस्टम स्थापित कर दिया है. हथियारों से लैस जवान ड्यूटी पर मुस्तैद हैं. आईटीबीपी के साथ पुलिस के बीस जवान भी केदारनाथ धाम में तैनात हैं.
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बदरी केदार मंदिर समिति (Badri Kedar Temple Committee) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का कहना है कि इस साल केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित कराया गया है. बदरीनाथ धाम का गर्भ गृह पूर्व से ही स्वर्ण मंडित था. सुरक्षा व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए कपाट बंद होने से पूर्व मुख्य सचिव को पत्र लिखा गया था. वर्तमान में बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत कार्य चल रहे हैं और वहां पर भारी संख्या में मजदूर रह रहे हैं और लगातार आवाजाही भी हो रही है. जिसे देखते हुए वहां पर आईटीबीपी के जवानों को तैनात किया गया है.
वहीं, पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी विमल रावत का कहना है कि केदारनाथ में 30 आईटीबीपी के जवान तैनात (ITBP personnel deployed in Kedarnath) हैं. पुलिस बल इन जवानों के साथ मिलकर कार्य कर रहा है. केदारनाथ मंदिर की सुरक्षा अब आईटीबीपी के जवानों को सौंप दी गई है. ये जवान यहां अप्रैल महीने तक तैनात रहेंगे और केदारनाथ में स्थित हेलीपैड हमेशा एक्टिव मोड में रहेगा.
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