रुद्रप्रयाग: उत्तर प्रदेश राज्य से जनपद में लौटे एक प्राचार्य ने अपना कोरोना टेस्ट नहीं करवाया और सीधे स्कूल में जाकर कर्मचारियों के साथ काम में लग गए. प्राचार्य की इस हरकत से जहां ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है, वहीं कर्मचारियों में भी डर का माहौल है. दरअसल, राजीव गांधी नवोदय विद्यालय मालतोली के प्राचार्य राजवीर सिंह भदौरिया विगत पांच सितम्बर की रात को यूपी से रुद्रप्रयाग पहुंचे थे.
यहां पहुंचने से पहले उन्होंने अपनी कोरोना की जांच नहीं करवाई और सीधे दूसरे दिन काम में लग गए. उन्होंने कर्मचारियों को भी स्कूल में बुलाया और काम में लगा दिया. कर्मचारियों को पता था कि प्राचार्य रात को ही यूपी से लौटे हैं और उन्होंने अपना कारोना का टेस्ट नहीं करवाया है तो वे डर गए. इस बात की जानकारी कर्मचारियों ने गांव के प्रधान को भी दी, मगर प्रधान ने कोई कार्रवाई नहीं की और उल्टा कर्मचारियों को ही फटकार लगा दी. इसके बाद यह बात क्षेत्र में फैल गयी और ग्रामीणों को डर सताने लगा. कर्मचारियों ने ये भी कहा कि प्राचार्य का व्यवहार कर्मचारियों के साथ सही नहीं है.
यह भी पढ़ें-उत्तराखंड की 10 बड़ी खबरें @3PM
कर्मचारी डर के माहौल में स्कूल में काम करने को मजबूर हैं. उनका शोषण किया जा रहा है. उन्होंने जल्द से जल्द से प्राचार्य की कोरोना जांच की मांग की है. वहीं, राजीव गांधी नवोदय विद्यालय मालतोली रुद्रप्रयाग के प्राचार्य राजवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि वह कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश से जिले में लौटे हैं. उनसे पुलिस ने फोन पर लगातार जानकारी ली और कहा कि वे जिस स्थान पर हैं, वहीं पर क्वारंटाइन हो जाएं.
उन्होंने कहा कि उन्हें मेडिकल जांच के लिए उन्हें नहीं कहा गया. खांखरा बैरिकेडिंग में भी उन्हें कोई जांच के लिए नहीं कहा गया, जिससे वे सीधे मालतोली स्कूल पहुंच गए और वहीं पर क्वारंटाइन हो गए. वहीं, इस मामले में सीएमओ डाॅ. वीके शुक्ला ने कहा कि राजीव गांधी नवोदय विद्यालय मालतोली रुद्रप्रयाग के प्राचार्य के जिले में पहुंचकर बिना स्वास्थ्य जांच के स्कूल में काम करने की सूचना मिली है. प्राचार्य को मेडिकल जांच के लिए कहा गया है. यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.