रुद्रप्रयाग: बरसात के बाद पहाड़ी से मलबा गिरने के बाद बाधित हुई हाईवे को 22 घंटे के बाद खोल लिया गया. बांसबाड़ा के पास हाईवे खुलने के बाद यात्रियों और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली.केदारघाटी की जनता के साथ ही केदारनाथ, तुंगनाथ व मदमहेश्वर यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए केदारनाथ हाईवे बांसबाड़ा में नासूर बन गया है. ऑल वेदर निर्माण कार्य के बाद से हालत और खराब हो गई है. हल्की सी बारिश में भी राजमार्ग बंद हो जाता है. जिसके कारण यात्रियों और स्थानीय जनता को घंटों का इंतजार करना पड़ता है. या फिर इसके अलावा लोगों को 70 किमी के वैकल्पिक रास्ते का इस्तेमाल करना पड़ता है.
लगातार हो रही बारिश के कारण केदारनाथ नेशनल हाईवे बांसबाड़ा में गुरूवार रात को बंद हो गया था. हाईवे पर लगातार पत्थर गिर रहे थे, जिसके कारण राजमार्ग पर मलबा और पत्थर आ गये थे. शुकवार सुबह हाईवे के दोनों छोरों पर केदारनाथ आने-जाने वाले यात्री और केदारघाटी के लोग फंस गए. राजमार्ग को खोलने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग की दो पोकलैंड मशीनें लगाई गई. जिसके बाद मलबा और पत्थर हटाने का काम शुरू किया गया.
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करीब 22 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद राजमार्ग को आवाजाही लायक खोला गया. इस दौरान स्थानीय लोगों ने अगस्त्यमुनि से बसुकेदार और फिर गुप्तकाशी वाला 70 किमी का मार्ग वैकल्पिक रास्ते से तय किया. जबकि केदारनाथ व तुंगनाथ जाने वाले तीर्थयात्री राजमार्ग पर ही फंसे रहे. पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि बारिश के कारण बांसबाड़ा में हाईवे बाधित हुआ था. राजमार्ग के बाधित होने के बाद हाईवे को डायवर्ट किया गया. राष्ट्रीय राजमार्ग पर 22 स्थान ऐसे चिन्हित किए गए हैं, जो बरसात में संवेदनशील हैं. ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग को सतर्क रहने को कहा गया है.