रुद्रप्रयाग: केदारघाटी में हेली कंपनियों को अनिवार्य रूप से एंबुलेंस रखनी होगी. ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी. तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए जिलाधिकारी के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित हेली कंपनियों को पत्र भेजा है.
आगामी केदारनाथ यात्रा में केदारघाटी के विभिन्न हेलीपैडों से हेली सेवाएं देने वाली कंपनियां तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य के प्रति भी गंभीर होंगी. यात्रा के दौरान यदि किसी तीर्थयात्री की तबीयत बिगड़ गई तो उसे नजदीकी अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए हेली कंपनियों को अपनी एंबुलेंस से मरीज को अस्पताल भेजना होगा.
हर साल केदारनाथ के लिए 9 से 13 हेली कंपनियां सेवाएं देती आ रही हैं. वर्तमान में जो भी तीर्थयात्री केदारनाथ धाम या अन्य यात्रा पड़ावों पर बीमार या अचानक तबीयत खराब होने से प्रभावित होते हैं. उन्हें प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को अपनी व्यवस्थाओं से अस्पतालों तक पहुंचाना पड़ता है. जिसमें काफी वक्त लगता है और कई बार यात्री की जान भी चली जाती है.
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जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुविधा में छोटी छोटी बातों को ध्यान में रखते हुए अच्छे कार्य किए जा सकते हैं. स्वास्थ्य विभाग को सभी हेली कंपनियों को अपने परिसर में निजी एंबुलेंस रखने के लिए निर्देशित किया गया है. इससे यात्रियों को राहत मिलेगी.
वहीं, सीएमओ डॉ. एसके झा ने कहा कि हर हेली कंपनी अपने पास एक-एक एंबुलेंस की व्यवस्था करेगी, ताकि बीमार यात्रियों को त्वरित अस्पतालों तक पहुंचाया जा सके. कई बार दूरी अधिक होने के चलते स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस को पहुंचने में देरी होती है. ऐसे में नजदीकी अस्पतालों तक पहुंचाने में मदद मिल सकती है. सभी कंपनियों को लिखित पत्र दे दिए गए हैं.