रुद्रप्रयागः अगर भगवान के प्रति सच्ची आस्था हो तो बड़ी से बड़ी बाधा आपको जरा भी विचलित नहीं कर सकती. इस कथन को चरितार्थ कर रहा है हरिद्वार के गोपीनाथ मिश्रा का परिवार. इस परिवार की श्रद्धा देखकर हर कोई हतप्रभ है. इन्होंने हरिद्वार से नंगे पैर पैदल ही केदारनाथ और भगवान बदरीविशाल के दर्शन करने का संकल्प लिया है. गोपीनाथ के साथ उनकी पत्नी है, साथ में दस साल की बच्ची, आठ साल और तीन साल का बालक है. बच्चे ज्यादा नहीं चल पाने के कारण मां-बाप की गोद में हैं. गोपीनाथ का परिवार अपनी यात्रा करते हुए रुद्रप्रयाग तक पहुंच चुका है.
हरिद्वार के हरकी पैड़ी के रहने वाले गृहस्थ संत गोपीनाथ मिश्रा अपनी पत्नी और तीन मासूम बच्चों को साथ लेकर नंगे पैर बाबा केदारनाथ के दर्शन करने निकले हैं. सोमवार को हरिद्वार से चला ये परिवार बुधवार को रुद्रप्रयाग जिले के गुप्तकाशी पहुंचा. गुप्तकाशी से गौरीकुंड पहुंचने के बाद इन्हें 16 किमी की चढ़ाई चढ़नी है. तब जाकर बाबा केदार के दर्शन हो पाएंगे.
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गोपीनाथ मिश्रा ने कहा कि उन्होंने नंगे पैर पैदल चलकर बाबा केदार के दर्शन करने की ठानी थी. इसलिए वो परिवार के साथ सोमवार को हरिद्वार से निकले. रास्तों में वह मंदिर और धर्मशालाओं में रात गुजार रहे हैं और भिक्षा मांगकर भोजन कर रहे हैं. केदारनाथ धाम की यात्रा करने के बाद वह पैदल ही नंगे पैर बदरीनाथ मंदिर की यात्रा के लिए निकलेंगे.