रुद्रप्रयागः ऊखीमठ के विभिन्न क्षेत्रों के जंगल विगत दो दिनों से भीषण आग की चपेट में हैं. वन विभाग जंगलों में लगी भीषण आग पर काबू पाने के प्रयास कर रहा है, मगर जंगलों में लगी आग लगातार विकराल रूप ले रही है. इस पर फिलहाल काबू नहीं पाया जा सका है. इससे साफ पता लगता है कि वन विभाग भी चैन की नींद सो रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार, नागराजा के ऊपरी हिस्सा, कालीमठ घाटी के जाल मल्ला के ऊपरी हिस्से और स्यासू के जंगल विगत दो दिनों से भीषण आग की चपेट में हैं. जिस कारण लाखों की वन सम्पदा स्वाहा हो गयी है. वन्य जीव-जन्तुओं के जीवन पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
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जाल मल्ला के प्रधान त्रिलोक रावत ने बताया कि गांव से लगभग 15 किमी दूर जंगलों में आग लगी है. धीरे-धीरे आग आबादी वाले इलाकों का रुख कर रही है. वहीं, ब्यूंखी गांव के प्रधान सुदर्शन राणा ने बताया कि स्यासू व ब्यूंखी के बीच के जंगल विगत दो दिनों से भीषण आग की चपेट में है. वन विभाग और ग्रामीण आग पर काबू पाने के प्रयास कर रहे हैं, मगर आग लगातार विकराल हो रही है.
मामले में केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के रेंज अधिकारी ललित मोहन नेगी ने बताया कि जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के प्रयास किये जा रहे हैं. वहीं, दूसरी और अगस्त्यमुनि विकासखण्ड के तिनसोली के जंगल भी दो दिनों से आग से धधक रहे हैं और वन विभाग चैन की नींद सोया हुआ है.