ETV Bharat / state

कड़ाके की ठंड और पाले के बीच भी सुलग रहा ऊखीमठ का जंगल, वन विभाग पर उठे सवाल - forest department Rudraprayag

उत्तराखंड में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. रात में पाला भी पड़ रहा है. लेकिन आश्चर्य की बात है कि ऐसे में भी केदारघाटी में ऊखीमठ का जंगल सुलग रहा है. केदारघाटी के ऊखीमठ के जंगल में इन दिनों आग (Fire in the forests of Ukhimath) लगी हुई है. वन महकमे के साथ ही जिला प्रशासन मौन साधे हुए है. इस कारण ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है.

forests
forests
author img

By

Published : Dec 22, 2021, 7:19 AM IST

Updated : Dec 22, 2021, 9:21 AM IST

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में एक ओर भीषण ठंड के प्रकोप से लोग ठिठुर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर केदारघाटी में जंगल जल रहे हैं. घाटी के ऊखीमठ के जंगलों में भीषण आग (Fire in the forests of Ukhimath) लगी हुई है. आग को बुझाने के लिए वन विभाग कोई प्रयास नहीं कर रहा है. ऐसे में स्थानीय लोग ही स्वयं आग को बुझाने में जुटे हुए हैं. जंगल में लगी आग से लाखों की वन संपदा जलकर राख हो रही है. जिस कारण लोगों में वन विभाग के प्रति खासा आक्रोश बना हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अज्ञात व्यक्तियों की ओर से लगाई गई आग के कारण वन संपदा को काफी नुकसान पहुंच रहा है.

बता दें कि, जिले के अधिकांश स्थानों पर शीतलहर चल रही है. प्रदेशभर में बीते एक सप्ताह से कड़ाके की ठंड से लोग ठिठुर रहे हैं. वहीं केदारघाटी के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है. यह आग घाटी के ऊखीमठ के जंगलों में लगी हुई है. वन पंचायत सरपंच पवन राणा, पूर्व सभासद बलवंत रावत और ग्रामीण गैणा लाल ने कहा कि केदारघाटी के ऊखीमठ के जंगल धूं-धूं कर जलकर राख हो रहे हैं. अज्ञात की ओर से लगाई गई आग के कारण वन संपदा को खासा नुकसान पहुंच रहा है. वन विभाग को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि ठंड के बावजूद भी जंगलों में लगी आग से ग्रामीण खासे चिंतित हैं. आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग कोई पहल नहीं कर रहा है.

ऊखीमठ के जंगलों में लगी आग.

पढ़ें: BJP ने विजय संकल्प यात्रा में लिया स्कूली बच्चों का सहारा, खड़े हुए सवाल तो मदन कौशिक मुकरे

ग्रामीण बिना संसाधनों के ही आग को बुझाने में लगे हुए हैं, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पा रही है. जंगलों को बचाने के लिए धरातल पर कोई कार्य नहीं हो रहा है. जबकि आग ग्रामीण इलाकों तक भी पहुंच रही है. ऐसे में जिला प्रशासन और वन विभाग को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है.

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में एक ओर भीषण ठंड के प्रकोप से लोग ठिठुर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर केदारघाटी में जंगल जल रहे हैं. घाटी के ऊखीमठ के जंगलों में भीषण आग (Fire in the forests of Ukhimath) लगी हुई है. आग को बुझाने के लिए वन विभाग कोई प्रयास नहीं कर रहा है. ऐसे में स्थानीय लोग ही स्वयं आग को बुझाने में जुटे हुए हैं. जंगल में लगी आग से लाखों की वन संपदा जलकर राख हो रही है. जिस कारण लोगों में वन विभाग के प्रति खासा आक्रोश बना हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अज्ञात व्यक्तियों की ओर से लगाई गई आग के कारण वन संपदा को काफी नुकसान पहुंच रहा है.

बता दें कि, जिले के अधिकांश स्थानों पर शीतलहर चल रही है. प्रदेशभर में बीते एक सप्ताह से कड़ाके की ठंड से लोग ठिठुर रहे हैं. वहीं केदारघाटी के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है. यह आग घाटी के ऊखीमठ के जंगलों में लगी हुई है. वन पंचायत सरपंच पवन राणा, पूर्व सभासद बलवंत रावत और ग्रामीण गैणा लाल ने कहा कि केदारघाटी के ऊखीमठ के जंगल धूं-धूं कर जलकर राख हो रहे हैं. अज्ञात की ओर से लगाई गई आग के कारण वन संपदा को खासा नुकसान पहुंच रहा है. वन विभाग को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि ठंड के बावजूद भी जंगलों में लगी आग से ग्रामीण खासे चिंतित हैं. आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग कोई पहल नहीं कर रहा है.

ऊखीमठ के जंगलों में लगी आग.

पढ़ें: BJP ने विजय संकल्प यात्रा में लिया स्कूली बच्चों का सहारा, खड़े हुए सवाल तो मदन कौशिक मुकरे

ग्रामीण बिना संसाधनों के ही आग को बुझाने में लगे हुए हैं, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पा रही है. जंगलों को बचाने के लिए धरातल पर कोई कार्य नहीं हो रहा है. जबकि आग ग्रामीण इलाकों तक भी पहुंच रही है. ऐसे में जिला प्रशासन और वन विभाग को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है.

Last Updated : Dec 22, 2021, 9:21 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.